THE BLAT NEWS:
जालौन/उरई। हम अपने धर्म के प्रति सचेत नहीं है, शायद यही कारण की हम खुद के प्रति सचेत नहीं है। यह बात नगर के चुर्खीबाल में आयोजित श्रीमद् भागवत सप्ताह ज्ञान यज्ञ के छठवें दिन भागवताचार्य राजीव लोचन महाराज ने उपस्थित श्रोताओं के समक्ष कही।
नगर के चुर्खीरोड स्थित गुर्जर भवन में आयोजित श्रीमद् भागवत कथा सप्ताह ज्ञान यज्ञ के छठवें दिन भागवताचार्य राजीव लोचन महाराज ने श्रोताओं को संबोधित करते हुए कहा कि हम अपने धर्म के प्रति सचेत नहीं है, शायद यही कारण की हम खुद के प्रति सचेत नहीं है। धर्म हमारी जड़ में है, धर्म को बढ़ावा देना हम सभी की जिम्मेदारी है, धर्म ही प्रभु से मिलवाता है। उन्होंने कहा कि धर्म ही है जिसकी शरण में जाने पर हम अपनी मंजिल तक पहुंच सकते है और जब कोई धर्म को आगे बढ़ाता है तो उसके पैर खींचने वाले बहुत होते है। लेकिन इससे हमें विचलित नहीं होना चाहिए। कोई आपकी बुराई करता और इस दौरान आपको किसी पर क्रोध आये तो तुरंत प्रतिक्रिया करने से पहले कुछ देर शांत हो जाऐं।
आपका कुछ ही देर में आपका क्रोध स्वयं ही समाप्त हो जाएगा। उन्होंने कहा कि यह जीवन हमें बार, बार नहीं मिलता। इसलिए इसे अच्छे काम में लगाना चाहिए। हमेशा दूसरों के भले के बारे में सोचो, ऐसा करने पर हमें भी अच्छा फल मिलेगा। तो वहीं, किसी के साथ बुरा करने पर हमें भी बुरा फल मिलता है। इस मौके पर पारीक्षित मिथला राजा, शंकर सिंह गुर्जर, शिवराम सिंह, बलवंत सिंह, बालजी गुर्जर, भगवान सिंह, नारायण सिंह, रूद्रमणि सिंह, गजेंद्र सिंह, कृष्णेंद्र प्रताप सिंह, पंजाब सिंह, मयंक, सोमिल, हर्षित, उत्कर्ष, आदर्श अिद भक्तों ने भागवत कथा को सुनकर अच्छे कर्मों को अपने जीवन में अपनाने की प्रेरणा ली।