लखनऊ: कुटुंब प्रबोधन ने जागरूक करने के लिए की वैचारिक संगोष्ठी

द ब्लाट न्यूज़ राजधानी के सक्सेना इंटर कालेज में रविवार को कुटुंब प्रबोधन के द्वारा लोगों को भारतीय संस्कृति के प्रति जागरूक करने के लिए वैचारिक संगोष्ठी का आयोजन किया गया। संगोष्ठी के दौरान राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के वरिष्ठ प्रचारक वीरेश्वर द्विवेदी ने कहा कि प्राचीन संस्कृति और भारतीय जीवन मूल्यों को अगली पीढ़ी तक सही तरीके से पहुंचाने में मातृशक्ति का सबसे अहम योगदान है।

 

 

उन्होंने कहा कि हमारे मानबिन्दु और परम्पराएं के बारे में हमको पता होना चाहिए। अपने मानबिन्दुओं के प्रति श्रद्धा व अपनी परम्पराओं का पालन अगर हम करेंगे तो बच्चे भी सीखेंगे। वीरेश्वर ने कहा कि बच्चों के जन्मदिन के अवसर पर टू यू टू यू के स्थान पर शुभ जन्मदिनं तुभ्यं बोलना चाहिए।  एनी बेसेन्ट ने कहा था कि बिना हिन्दुत्व के भारत का भविष्य नहीं हैं। हिन्दू ही अगर हिन्दुत्व को नहीं बचायेंगे तो हिन्दुत्व की रक्षा कौन करेगा। स्वयं भारत ही भारत को बचा सकता है। समाजवादी नेता डा.राम मनोहर लोहिया राष्ट्रवादी नेता थे। लोहिया ने चित्रकूट में रामायण मेला शुरू कराया था। लोहिया ने कहा था हे भारत माता हमें शिव का मस्तिष्क और भगवान राम व श्रीकृष्ण का कर्म व वचन दो।

मुख्य अतिथि के रूप में मौजूद वरिष्ठ पत्रकार आशुतोष शुक्ल ने कहा कि परिवार ही परंपराओं के सबसे बड़े संवाहक हैं। पहला कुटुंब आपका देश है और दूसरा कुटुंब आपका समाज। श्री शुक्ल ने कहा कि बच्चों को मयार्दा और अनुशासन सिखाना अभिभावकों की अहम जिम्मेदारी है साथ ही महापुरुषों की प्रेरक कथाओं को तार्किक तौर पर अगली पीढ़ी तक पहुंचाने की भी जरूरत है। विशिष्ट अतिथि के रूप में मौजूद प्रसिद्ध अर्थशास्त्री प्रोफेसर एपी तिवारी ने कहा कि बच्चों को सही शिक्षा के द्वारा, परंपराओं से जोड़ते हुए, प्रगति पथ पर ले जाने में, विद्यालयों की सबसे बड़ी जिम्मेदारी होती है। उन्होंने कहा कि बड़े लक्ष्य को हासिल करने के लिए, छोटे-छोटे प्रयासों की अहम भूमिका होती है। यदि व्यक्ति अपने आसपास के लोगों को भी प्रेरित करता है तो परिणाम की व्यापकता सुनिश्चित हो जाती है।

कुटुंब प्रबोधन लखनऊ के अध्यक्ष प्रो. देवदत्त शर्मा ने बताया कि सामाजिक जागरूकता के लिए संगठन सतत समाज के विविध क्षेत्रों में अपना योगदान कर रहा है। उपाध्यक्ष धनंजय गुप्ता ने भारतीयता के प्रचार-प्रसार को राष्ट्र की अहम जरूरत बताया। संगठन से जुड़े आगामी कार्यक्रमों के विषय में उपाध्यक्ष हेमेंद्र शर्मा ने विस्तार से जानकारी दी। संचार विशेषज्ञ मीनाक्षी दीक्षित ने इस कार्यक्रम को व्यापक रूप से आमजन तक ले जाने के विविध तरीकों और परिणामों पर विस्तृत व्याख्यान दिया। कार्यक्रम का संचालन महामंत्री संजय सिंह और धन्यवाद ज्ञापन मंत्री कमलेश कुमार पांडेय द्वारा किया गया।  अतिथियों का स्वागत, संगठन के कोषाध्यक्ष पंकज सक्सेना ने स्मृति चिन्ह प्रदान कर किया।

कार्यक्रम की शुरूआत डॉ महामाया दत्त पराशर और उनके शिष्यों ने मंगलाचरण के साथ किया गया और समापन विद्यालय की छात्राओं द्वारा वन्देमातरम के गान के साथ हुआ।कार्यक्रम में राजीव कुमार,भारती पाण्डेय, मंजुला उपाध्याय, राजकरन सिंह,प्रदीप पाण्डेय, नेहा रस्तोगी, सुनीता पांडेय,शरद मिश्र, दिलीप कुमार शर्मा, शशि दुबे,राज स्मृति,विनोद यादव, राम लखन यादव, कुलदीप पांडेय, नवीन अवस्थी, अंतिमा अवस्थी सहित बड़ी संख्या में शिक्षक, अभिभावक और छात्र-छात्राएं मौके पर मौजूद रहे।

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