द ब्लाट न्यूज़ रक्षा राज्य मंत्री अजय भट्ट मंगलवार को आपदा प्रभावित क्षेत्र जोशीमठ पहुंचे। इस दौरान उन्होंने आर्मी कैंप सहित नगर क्षेत्र के सुनील वार्ड, जेपी कालोनी, नरसिंह मंदिर, गांधीनगर में क्षतिग्रस्त भवनों का निरीक्षण किया और प्रभावित लोगों से मिले। उन्होंने लोगों को भरोसा दिलाया कि केंद्र और राज्य सरकार इस प्राकृतिक आपदा से लोगों को निकालने में हर संभव मदद करेगी।
उन्होंने कहा कि पीएम मोदी इस मामले में पल-पल की खबर ले रहे हैं। केंद्र सरकार से हर सभव मदद दी जा रही है। लोगों ने कहा कि यह कष्टकारी है कि हमें अपने घर छोड़ने पड़ रहे हैं। हमारे मन में यह सवाल कौंद रहा है कि आखिर हमको किस गुनाह की सजा मिल रही है।
जोशीमठ में आई आपदा से लोग गमजदा हैं। प्रशासन असुरक्षित घरों से लोगों को राहत शिविरों में पहुंचा रहा है। पुरखों की ओर से बनाए और अपनी जमा पूंजी लगाकर खड़े किए सपनों के घरों को छोड़ते समय लोग भावुक हो रहे हैं। भारी मन से घर का सामान कंधे पर रखकर लोग शिविरों की ओर रुख कर रहे हैं।
कुछ दिनों पहले तक जिन मकानों में चहल पहल रहती थी, लोग सुख-दुख को आस पड़ोस में बांटकर साझा करते थे वे बड़ी-बड़ी दरारों में तब्दील होकर वीरान होने लगे हैं। जिन घरों को प्रशासन ने असुरक्षित घोषित कर दिया है वहां रहने वाले लोग अब अपने घर छोड़कर शिविर में जा रहे हैं। मनोहर बाग वार्ड में रहने वाली उत्तरा देवी के मकान को प्रशासन ने असुरक्षित घोषित कर लाल निशान लगा दिए।
सिंहधार वार्ड की रहने वाली मंदोदरी देवी, गोदांबरी देवी, हेमलता देवी नगर पालिका के सभागार में पहले ही शिफ्ट हो चुकी हैं लेकिन घर के बारे में बात करते ही उनकी आंखों से आंसू छलक रहे हैं। उनका कहना है कि घर वीरान पड़े हैं और वे शिविरों में जीवन गुजार रहे हैं।
नगर में भू-धंसाव से मकानों में आईं दरारों से कई परिवार बेघर हो गए हैं। लोगों के रिश्तेदार उनसे मिलने के लिए पहुंच रहे हैं तो कोई फोन पर रिश्तेदारों से हालचाल पूछ रहा है। नगर में भी एक दूसरे को जानने वाले शिविरों में जाकर लोगों से मिलकर उनकी समस्या पूछ रहे हैं। साथ ही किसी भी तरह की जरूरत होने पर मदद करने की भी पेशकश कर रहे हैं। सोमवार को तपोवन से विमला देवी अपनी रिश्तेदार उत्तरा देवी से मिलने आईं और हरसंभव मदद की बात कही।