द ब्लाट न्यूज़ पाकिस्तान की राजधानी इस्लामाबाद में पिछले सप्ताह हुए आत्मघाती विस्फोट को लेकर दुनियाभर की चिंताओं के बीच प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने शुक्रवार को राष्ट्रीय सुरक्षा समिति (एनएससी) की बैठक की अध्यक्षता की।
बैठक में उन्होंने शीर्ष सैन्य अधिकारियों के साथ देश में बढ़ते आतंकवाद के खतरे का मुकाबला करने की रणनीति पर चर्चा की। एनएससी की बैठक में सभी सेना प्रमुख, कैबिनेट मंत्री और अन्य उच्च अधिकारी भी शामिल हुए। एनएससी की बैठक के बाद पाकिस्तान के प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) ने कहा कि बैठक में आतंकवाद का पूरी ताकत से जवाब देने का संकल्प लिया गया।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, पाक खुफिया एजेंसी आईएसआई के महानिदेशक लेफ्टिनेंट जनरल नदीम अंजुम ने बैठक में पाकिस्तान में हालिया आतंकी घटनाओं और पाकिस्तान-अफगान सीमा की स्थिति के बारे में जानकारी दी। पाक सेना प्रमुख जनरल असीम मुनीर की गुरुवार को प्रधानमंत्री शरीफ से मुलाकात के बाद राष्ट्रीय सुरक्षा मामलों पर बैठक बुलाने का फैसला लिया गया था। जनरल मुनीर ने प्रधानमंत्री शरीफ को देश में बढ़ते आतंकवाद पर जानकारी दी थी।
आर्थिक चुनौतियों से निपटने की रणनीति पर चर्चा
बयान में कहा गया है कि बैठक के दौरान खुफिया एजेंसियों के प्रमुखों ने देश में कानून व्यवस्था की स्थिति, हालिया आतंकवादी घटनाएं और इससे निपटने के कदमों के बारे में विस्तृत जानकारी दी। पीएमओ ने कहा कि पाकिस्तान के वित्त मंत्री इशाक डार ने बैठक में अधिकारियों को देश के सामने आर्थिक चुनौतियों और उनसे निपटने के लिए सरकार की रणनीतियों के बारे में जानकारी दी। विदेश राज्य मंत्री हिना रब्बानी खार ने अफगानिस्तान की अंतरिम सरकार के साथ पाकिस्तान के संबंधों पर जानकारी दी।
23 दिसंबर को इस्लामाबाद में आत्मघाती विस्फोट हुआ था। जिसमें एक पुलिसकर्मी की मौत हो गई थी। वहीं, चार साथी पुलिसकर्मी समेत छह लोग घायल हो गए। अधिकारियों ने बताया था कि यह विस्फोट तब हुआ जब रुटीन चेकिंग के दौरान पुलिस ने एक टैक्सी को रोका गया। टैक्सी जैसे ही उनके पास पहुंची, उसमें विस्फोट हो गया। पाकिस्तान सरकार ने इस आत्मघाती बम विस्फोट की जांच के लिए बीते शनिवार को चार सदस्यीय संयुक्त जांच दल (जेआईटी) का गठन किया था।