द ब्लाट न्यूज़ श्री काशी विश्वनाथ धाम के लोकार्पण की पहली वर्षगांठ भी काशीवासियों की स्मृतियों में दर्ज हो जाएगी। लोकार्पण उत्सव मनाने के लिए बाबा का धाम सज-धजकर तैयार हो गया है। गंगा द्वार से विश्वनाथ द्वार तक पूरा परिसर रंगबिरंगी रोशनी में नहा उठा है।
ऐसा लग रहा है मानो आसमान से जमीं पर सितारे भी बाबा धाम का उत्सव मनाने धरती पर उतर आए हों। बाबा विश्वनाथ के मंदिर क्षेत्र से लेकर गंगा द्वार तक रंग-बिरंगी रोशनी श्रद्धालुओं को लुभा रही है। मंगलवार की मंगला आरती के साथ ही धाम के लोकार्पण के प्रथम वर्षगांठ का उत्सव आरंभ हो जाएगा। काशीवासियों के साथ ही देश भर के श्रद्धालु बाबा की भव्य मंगला आरती के साक्षी बनेंगे। इसके साथ ही बाबा का दरबार आम श्रद्धालुओं के लिए खुल जाएगा। वेदपाठी बटुक और संत समाज की ओर से वेद पारायण होगा। पूरा परिसर ओजस वेद मंत्रों से गुंजायमान हो उठेगा।
दोपहर में धाम की यज्ञशाला में मंत्रों की आहुतियां अर्पित होंगी तो दंडी स्वामियों के लिए भंडारे का भी आयोजन होगा। काशी विद्वत परिषद और श्री काशी विश्वनाथ मंदिर न्यास की ओर से धाम की एक साल की यात्रा पर संगोष्ठी होगी। शाम को अनुराधा पौडवाल सांस्कृतिक प्रस्तुतियां देंगी।
मैदागिन से चितरंजन पार्क तक नजर आएगा लघु भारत
श्री काशी विश्वनाथ धाम के लोकार्पण उत्सव की पहली वर्षगांठ को स्मरणीय बनाने में काशीवासी भी पीछे नहीं हैं। शिव बरात समिति की ओर से मंगलवार को मैदागिन से चितरंजन पार्क तक शोभायात्रा निकाली जाएगी। काशीपुराधिपति के उत्सव में लघु भारत की झलक देखने को मिलेगी। पूरब, पश्चिम, उत्तर और दक्षिण भारत के समुदाय के साथ ही विदेशी मेहमान भी शामिल होंगे। लाग विमानों पर देव स्वरूपों में सजे देव देवलोक का अहसास कराएंगे। वहीं भूत, पिशाच और राक्षसी वेशभूषा भगवान के गणों का अहसास कराएंगे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 13 दिसंबर 2021 को किया था लोकार्पण।
-50 हजार वर्गमीटर में बने 434 करोड़ रुपये की परियोजना के पहले चरण में बनकर तैयार धाम को किया था समर्पित।
– लोकार्पण के बाद धाम के 33 भवनों में से अभी 14 भवनों का हो रहा संचालन।
– दूसरे चरण के काम के लिए 60 करोड़ रुपये हुए अतिरिक्त खर्च।
– 11 महीने में सात करोड़ श्रद्धालुओं ने बाबा दरबार में लगाई हाजिरी।
– वर्तमान वित्तीय वर्ष में अब तक बाबा विश्वनाथ को 27 करोड़ का चढ़ावा मिला।
– लोकार्पण के बाद से अब तक यहां पर 40 करोड़ रुपये का चढ़ावा चढ़ा है।
– 2018-19 के वित्तीय वर्ष में सर्वाधिक 26.65 करोड़ रुपये का चढ़ावा चढ़ा था।
– गर्भगृह और बाहरी दीवार पर लगा है 60 किलोग्राम सोना, 37 किलोग्राम गर्भगृह और 23 किलोग्राम सोना बाहरी दीवारों पर लगा।
नए साल में मिलेंगी इन भवनों की सुविधा
काशी विश्वनाथ धाम में नए साल में टूरिस्ट फैसिलिटेशन सेंटर, महाकालेश्वर भवन, अमृत भवन (जलपान केंद्र), मानसरोवर (कैफे बिल्डिंग), इंपोरियम, रामेश्वर भवन (सिटी म्यूजियम), सोमनाथ भवन (वाराणसी गैलरी), घृष्णेश्वर भवन (स्पिरिचुअल बुक स्टोर), व्यास भवन (वैदिक केंद्र ), भीमाशंकर अतिथि गृह (गेस्ट हाउस) त्रयंबकेश्वर भवन (मल्टीपर्पज हॉल ) कार्तिकेय वाटिका (गोयनका छात्रावास), अमरनाथ संकुल (ब्लॉक 2), महाकालेश्वर भवन (टीएफसी), पशुपति संकुल (वैदिक शाप), कार्तिकेय संकुल (ब्लॉक 4) मल्लिकार्जुन भवन (यात्री सुविधा केंद्र ), कैलाश संकुल शॉप-2, अमरनाथ संकुल ब्लॉक-2 भवन भी जल्द शुरू हो जाएंगे।
14 भवनों में गतिविधियां शुरू
श्री काशी विश्वनाथ धाम के 33 भवनों में से 14 भवनों की गतिविधियां शुरू हो गई हैं। इनमें मोक्ष की कामना के लिए आने वालों के लिए मुमुक्षु भवन, बाबा के प्रसाद के लिए अन्नपूर्णा भवन, सुरक्षा व प्रशासनिक व्यवस्था के लिए पिनाक व नीलकंठ पैवेलियन, विश्वनाथ द्वार (गोदौलिया गेट), शक्ति भवन, (यूटिलिटी भवन) शौचालय, गंगा दर्शनम (गंगा व्यूइंग गैलरी), ललिता घाट (ललिता पथ), जलासेन पथ (रैंप बिल्डिंग) केदार भवन, ओंकारेश्वर भवन (यात्री सुविधा केंद्र) शुरू हो चुके हैं। इसके साथ ही शंकराचार्य चौक (मंदिर चौक) और भैरवनाथ द्वार (गंगा प्रवेश द्वार) भी शुरू हो चुका है।
श्री काशी विश्वनाथ धाम के लोकार्पण उत्सव में गोष्ठी व पूजन के साथ ही शाम को सांस्कृतिक आयोजन भी किए जाएंगे। तैयारियों को अंतिम रूप दे दिया गया है। – सुनील कुमार वर्मा, मुख्य कार्यपालक अधिकारी।