आभूषण कारोबारी राजेश गुप्ता को गोली क्यों मारी

द ब्लाट न्यूज़ आभूषण कारोबारी राजेश गुप्ता को गोली क्यों मारी गई, इस गुत्थी को सुलझाने में पुलिस की चार टीमें लगीं हैं। दुकान से 19 हजार नकद, सोने के आभूषण काउंटर पर मिले हैं, इस वजह से लूट की आशंका नहीं है। लेकिन, लूट की कोशिश हुई या नहीं, इसकी सटीक जानकारी सिर्फ राजेश ही दे सकते है।

यही वजह है कि पुलिस लूट से अभी इनकार नहीं कर रही है। पुलिस लूट के अलावा दुश्मनी, व्यक्तिगत कारणों के एंगल भी जांच कर रही है। खबर है कि पुलिस को सीसीटीवी फुटेज की मदद से कुछ अहम सुराग भी हाथ लग गए हैं। पुलिस की एक टीम गैर जनपद भी रवाना हो गई है। घटना के बाद पुलिस ने दुकान बंद करा दी है। वहीं, दुकान और राजेश के घर के पास एहतियातन पुलिस फोर्स भी तैनात कर दी गई है।

सीसीटीवी में कैद हुए बदमाश।
जानकारी के मुताबिक, जिस दुकान में वारदात हुई है, उसमें सीसीटीवी कैमरा नहीं लगा है, लेकिन आसपास की दुकानों के कैमरों से पुलिस के हाथ कुछ फुटेज लग गए हैं। जिनकी मदद से पुलिस जांच कर रही है। पुलिस एक-एक बिंदु को सुलझा रही है। चर्चा है कि कुछ दिन पहले राजेश से दुकान पर एक शख्स से बहस भी हुई थी। किसी से गहरी दोस्ती को लेकर हुए विवाद के बारे में आसपास के दुकानदारों ने पूछा भी था, लेकिन उन्होंने कुछ भी नहीं बताया था। अब पुलिस उस विवाद को भी समझने की कोशिश कर रही है।
मामले की जांच करते पुलिस अधिकारी

भागते समय बदमाशों ने महिला से दोस्ती का अंजाम बताया
पुलिस को स्थानीय लोगों ने बताया है कि भागते समय बदमाशों ने फायरिंग तो की ही, साथ ही बोले कि अगर महिला से दोस्ती कोई करेगा तो उसका यही अंजाम होगा। अब पुलिस इस बात की तस्दीक कर रही है कि ऐसा बदमाशों ने पुलिस को गुमराह करने के लिए किया है या फिर इसमें कुछ सच्चाई भी है। फिलहाल, पुलिस खुलकर कुछ भी नहीं बता पा रही है। पुलिस का कहना है कि बदमाशों के पकड़े जाने के बाद ही घटना की वजह भी पता चल पाएगी।

 

 

मुंह में गोली लगने से बोल नहीं पा रहे राजेश
गोली से घायल राजेश मेडिकल कॉलेज में भर्ती हैं। उनके मुंह में गोली लगे होने की वजह से गले में अंदर गहरे घाव हैं। वह होश में तो हैं, लेकिन कुछ भी बोल नहीं पा रहे हैं। पुलिस लगातार डॉक्टरों के संपर्क में है, ताकि बोलने की स्थिति होने पर राजेश का बयान दर्ज किया जा सके।

व्यापारी को गोली मारने का मामला

चार साल बाद हुई है इस तरह की वारदात
दुकान में घुसकर व्यापारी को गोली मारने की ऐसी वारदात चार साल बाद हुई है। जनवरी 2018 में झंगहा इलाके के नई बाजार में हार्डवेयर व्यापारी दिनेश गुप्ता को दुकान में घुसकर गोली मारी गई थी। यह वारदात लूट के लिए हुई थी। इसके बाद इस तरह की वारदात सामने नहीं आई थी। व्यापारियों के साथ लूट के लिए गोली मारने की घटना तो हुई, लेकिन दुकान में घुसकर दुस्साहसिक तरीके से इस तरह की वारदात थम गई थी। यही वजह है कि इसे पुलिस चुनौती मानकर सरगर्मी से बदमाशों की तलाश में जुटी है।

ग्राहक के दुकान से हटने तक किया इंतजार
सीसीटीवी फुटेज से पता चला है कि बदमाश 4:30 बजे के करीब दुकान के बाहर पहुंच गए थे। करीब आधे घंटे तक वह दुकान के बाहर पहले और फिर दुकान में घुसकर वारदात को अंजाम दिए है। बदमाशों ने ग्राहकों के दुकान से निकलने तक का इंतजार किया और फिर वारदात को अंजाम दिया है।

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