कानपुर,द ब्लाट। प्रदेश में हर साल करीब 35 हजार सड़क हादसे होते हैं, जिनमें करीब 22 हजार लोग घायल होते हैं और करीब 20 हजार लोगों की मृत्यु हो जाती है। अगर बात बीते सालों के आंकड़ों की करें तो साल 2020 की तुलना में 2021 में सड़क हादसों की संख्या में 10.16 प्रतिशत और मृतकों की संख्या 10.65 और घायलों की संख्या 11.10 प्रतिशत की बढ़ोत्तरी हुई है। सड़क हादसों की संख्या में कमी लाने के लिये साल 2022 में यातायात माह की थीम फोर ई(एजुकेशन, इंजीनियरिंग, एन्फोर्समेंट और इमरजेंसी केयर) रखी गई है।
मंगलवार एक नवंबर से शुरू हो रहे यातायात माह में इन चारों ई (एजुकेशन, इंजीनियरिंग, एन्फोर्समेंट और इमरजेंसी केयर) पर यातायात विभाग का जोर रहेगा। कुल मिलाकर सारा जोर हादसों, घायलों और मौतों की संख्या में कमी लाने का प्रयास होगा। पहला ई यानि एजुकेशन से लोगों को यातायात नियमों के पालन के प्रति अलग-अलग माध्यमों से जागरूक किया जाएगा। दूसरे ई यानि इंजीनियरिंग (तकनीकी) के तहत सड़कों पर अंधा मोड़, ब्लैक स्पाट और हादसों को रोकने के लिये सुधार किया जाएगा, उन सभी जगहों पर जहां अक्सर हादसे होते रहते हैं वहां के स्पाट का चिन्हित करके इंजीनियरिंग द्वारा बदलाव किया जाएगा। तीसरा ई यानि एन्फोर्समेंट (नियम पालन) के तहत ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन करने वालों पर सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी, इसमें ट्रैफिक सिग्नल, हेलमेट, सीटबेल्ट, रांग साइड, तेज गति से चलने वाले वाहनों पर नजर रहेगी। चौथा ई यानि इमरजेंसी केयर (आपातकालीन’ सेवा) के तहत घायलों को समय से उपचार मुहैया कराने का प्रबंधन किया जाएगा, ताकि मौत की संख्या को कम किया जा सके।
Edited by : Rishabh Tiwari