द ब्लाट न्यूज़ दिल्ली सरकार 2025 तक यमुना की सफाई पूरी करने, हर घर को 24 घंटे नल से साफ पानी देने और सभी अनाधिकृत कॉलोनियों के घरों को सीवर लाइन से जोड़ने के लिए गंभीरता से काम कर रही है। सरकार दिल्ली की विभिन्न कालोनियों में निशुल्क सीवर कनेक्शन दे रही है।
इसी क्रम में उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने दिल्ली जलबोर्ड को विभिन्न इलाकों में जनता के घरों में मुफ्त सीवर कनेक्शन मुहैया कराने, पुराने पाइपलाइन को बदलकर नए पाइपलाइन लगाने, झीलों से अधिक से अधिक ग्राउंडवॉटर रिचार्ज कराने व एसटीपी की क्षमता बढ़ाने आदि की कई परियोजनाओं को मंजूरी दी। परियोजनाओं के पूरा होने के बाद इससे जहां 2025 तक यमुना की सफाई के लक्ष्य को पूरा करने में मदद मिलेगी, वहीं दिल्ली के लाखों लोगों को सीवर की समस्या से भी राहत मिलेगी।
सिसोदिया ने शनिवार को कहा कि मुख्यमंत्री केजरीवाल सरकार बेहतर सीवरेज सिस्टम और अपने हर नागरिकों को 24 घंटे जलापूर्ति सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है। इस दिशा में चरणबद्ध तरीके से काम किया जा रहा है।
सीवर कनेक्शन से जुड़ेंगी 64 कॉलोनिया और 10 गांव
दिल्ली सरकार ने संत नगर जीओसी, सिंघू जीओसी, शाहबाद जीओसी, प्रधान एन्क्लेव जीओसी और कुरेनी जीओसी को हाउस सीवर कनेक्शन से जोड़ने के लिए चैंबर का निर्माण करेगी। इन इलाकों में 64 कॉलोनियों समेत 10 गांवों में हाउस सीवर कनेक्शन जोड़े जाएंगे। वर्तमान में दिल्ली जल बोर्ड द्वारा मैनहोल से लोगों के परिसर तक सीवर कनेक्शन डालने का कार्य प्रगति पर है। इसमें चैंबर के निर्माण और व्यक्तिगत घरों के साथ कनेक्शन के कार्य को शामिल नहीं किया गया था।
सिसोदिया ने बताया कि यमुना को प्राथमिकता के आधार पर साफ करना ही दिल्ली सरकार का मुख्य मकसद है। अधिकृत कॉलोनियां और गांवों में बेहतर सीवरेज प्रबंधन, यमुना की सफाई में अहम साबित होगी। पहले सीवर कनेक्शन लेना बहुत महंगा था। क्योंकि सीवर कनेक्शन लेने के लिए लोगों को विकास, कनेक्शन व रोड कटिंग शुल्क देना पड़ता था। लेकिन केजरीवाल सरकार इसे निशुल्क उपलब्ध करा रहे है। ऐसे में दिल्ली के लाखों उपभोक्ताओं को इसका फायदा मिल रहा है।
रोहिणी झील नंबर-1 और 2 की मौजूदा क्षमता में की जाएगी बढ़ोतरी
रोहिणी सेक्टर-25 में झील नंबर-1 के निर्माण का कार्य किया जा रहा है। 10 एकड़ में फैली इस झील की क्षमता 7.5 एमजी है और इसकी गहराई मौजूदा जमीनी स्तर से केवल 1.5 मीटर नीचे है। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने स्थलीय निरीक्षण के दौरान झील की अपर्याप्त क्षमता को देखते हुए कैपेसिटी को बढ़ाने का सुझाव दिया था। ऐसे में अब इस झील को मौजूदा जमीनी स्तर से करीब 6 मीटर नीचे गहरा किया जाएगा। इससे ज्यादा से ज्यादा ग्राउंडवाटर को रिचार्ज करने में मदद मिलेगी।
इसके अलावा 7.5 एमजी क्षमता की वाली एक अन्य झील की कुल क्षमता को बढ़ाकर 15 एमजी किया जाएगा। बता दें कि रोहिणी एसटीपी में 20 एमजीडी क्षमता का आरओ प्लांट स्थापित किया जाएगा, 30 फीसद वेस्टेज को देखते हुए कम से कम 26 एमजीडी पानी की आवश्यकता है।इस मांग को पूरा करने के लिए पानी प्रस्तावित झीलों सहित रोहिणी एसटीपी के चारों ओर ट्यूबवेल की स्थापना कर ग्राउंडवॉटर से उपलब्ध कराया जाएगा। इसी के साथ दोनों झीलों की कैपेसिटी 15-15 एमजी होगी।
नव निर्मित झीलों में ग्राउंड वॉटर फ्लो को जानने के लिए होगी स्टडी
उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने बताया कि केजरीवाल सरकार दिल्ली को ‘झीलों का शहर’ बनाने के सपने को साकार करने के लिए युद्धस्तर पर काम कर रही है। इसी कड़ी में दिल्ली जल बोर्ड ने भूजल को रिचार्ज करने के लिए दिल्ली में विभिन्न कृत्रिम झीलें तैयार की हैं।
इनमें पप्पनकलां झील, द्वारका झील, नजफगढ़ झील, निलोठी झील.रोहिणी सेक्टर-25 झील, तिमारपुर, इरादत नगर झील, रोशनारा झील (पुरानी सूखी झील), ओखला एसटीपी आदि शामिल हैं। इन झीलों के जरिए इकोलॉजिकल सिस्टम को बनाए रखने और लागत प्रभावी तरीकों के साथ ज्यादा से ज्यादा अंडरग्राउंड वॉटर रिचार्च किया जा सकेगा। खास बात है कि दिल्ली जल बोर्ड की ओर से इन नव निर्मित झीलों में ग्राउंड वॉटर फ्लो मॉडलिंग और अन्य स्टडी की जाएगी।
यमुना को प्रदूषण मुक्त करने के लिए बढ़ेगी एसटीपी की क्षमता
उप-मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने बताया कि केशोपुर फेज-I एसटीपी की क्षमता 12 एमजीडी से बढ़ाकर 18 एमजीडी की जाएगी। उप-मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने बताया कि केजरीवाल सरकार दिल्ली के विभिन्न वेस्ट वॉटर ट्रीटमेंट प्लांट की क्षमता बढ़ाने के साथ उन्हें अपग्रेड कर रही है, जिससे गंदे पानी को उपचारित किया जा सकेगा और यमुना साफ होगी। कई एसटीपी टीएसएस-10 मिलीग्राम प्रति लीटर के अपशिष्ट प्रवाह मानकों के साथ नवीनतम तकनीक से बनाए गए हैं, जिसमें नाइट्रोजन, फास्फोरस हटाने के साथ-साथ कीट भी मारे जा सकते हैं।