– 10 अक्तूबर के बाद सीटों का अलॉटमेंट होगा
– आवेदन भरने में बरतें सावधानी, सही प्रमाणपत्र ही भरें
द ब्लाट न्यूज़ दिल्ली विश्वविद्यालय में स्नातक के लिए आवेदन प्रक्रिया शुरू है। डीयू ने पहले चरण के बाद अब दूसरे चरण की प्रक्रिया भी शुरू कर दी है। डीयू से प्राप्त जानकारी के अनुसार, स्नातक की कुल 70 हजार सीटों के लिए ढाई गुना अधिक आवेदन अब तक आए हैं। ऐसी संभावना जताई जा रही है 10 अक्तूबर तक इस संख्या में काफी बढोतरी होती। दूसरे चरण में अभ्यर्थी डीयू में दाखिला के लिए कोर्स व कॉलेज का चयन कर रहे हैं। 10 अक्तूबर के बाद सीटों का अलॉटमेंट होगा। शनिवार शाम 5 बजे तक आवेदन करने वालों की संख्या लगभग 1 लाख 90 हजार हो गई थी।
डीयू ने कहा कि छात्रों को अधिक से अधिक कॉलेज व कोर्स विकल्प के रूप में भरने की सलाह दी जाती है। डीयू ने एक बार फिर दाखिला प्रक्रिया को लेकर छात्रों से कहा है कि प्रथम चरण के बाद अभ्यर्थी को अपना वरीयता क्रम भरना है। वरीयता चयन के बाद उम्मीदवार अधिक से अधिक कोर्स और कॉलेज का चयन करें। उपलब्ध वरीयता टैब सभी संभावित कार्यक्रम और कॉलेज संयोजन प्रदर्शित करेगा जिसे उम्मीदवार चुन सकता है। इसके अलावा, उम्मीदवार कॉलेजों के साथ-साथ कार्यक्रमों को फ़िल्टर करने के लिए शीर्ष पर उपलब्ध उन्नत फ़िल्टर विकल्प का उपयोग कर सकते हैं। उम्मीदवार को अपनी पसंद के अनुसार वरीयताओं को चुनना और क्रमबद्ध करना होगा। चयन का क्रम वरीयता क्रम को भी निर्धारित करेगा। उम्मीदवार अपनी प्राथमिकताओं को फिर से व्यवस्थित करने के लिए टॉप, बॉटम, प्राथमिकता नंबर आइकन का उपयोग कर सकता है। वरीयता आदेश से संतुष्ट होने के बाद, उम्मीदवार को अपनी वरीयताएं जमा करने के लिए परिवर्तन सहेजने चाहिए।
डैश बोर्ड पर अभ्यर्थी अपलोड कर सकते हैं प्रमाणपत्र
डीयू में दाखिला से जुड़े अधिकारियों का कहना है कि यदि कोई अभ्यर्थी अपना किसी तरह का प्रमाणपत्र अपलोड नहीं किया है, वह अब अपने नामांकन वेबासइट पर अपलोड कर सकता है। ज्ञात हो कि पूर्व में कई छात्रों ने सीयूईटी की वेबसाइट पर भी अपना प्रमाणपत्र अपलोड नहीं किया गया था। जिससे वह चिंतित है। डीयू ने स्पष्ट किया है कि छात्र प्रमाणपत्र अपलोड कर सकता है लेकिन किसी तरह का गलत प्रमाणपत्र स्वीकार नहीं किया जाएगा। छात्रों को यह भी निर्देश दिया गया है कि वह आवेदन भरते समय किसी तरह की लापरवाही न करें। यदि वह आवेदन फार्म में संशोधन करना चाहते हैं तो वह 10 अक्तूबर से पहले संशोधन कर सकते हैं। क्योंकि उसके बाद छात्रों को मौका नहीं मिलेगा क्योंकि डीयू उसके बाद सीटों का आवंटन करेगा।