द ब्लाट न्यूज़ दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने सीबीआई निदेशक को पत्र लिखकर सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्विटर पर बच्चों के अश्लील वीडियो और बलात्कार के वीडियो एवं संबंधित तस्वीरों की उपलब्धता के मामले में हस्तक्षेप करने की मांग की है।
आयोग ने बच्चों के साथ यौन गतिविधियों को दर्शाने वाले 14 और ट्वीट्स की पहचान की है। इनमें से कुछ ट्वीट्स तो यहां तक कि मां के साथ बेटे द्वारा बलात्कार को भी चित्रित कर रहे हैं। आयोग की अध्यक्ष ने सीबीआई निदेशक को एक पत्र लिखकर मामले में प्राथमिकी दर्ज करने और शामिल अपराधियों की तत्काल गिरफ्तारी की मांग की है। इससे पूर्व 20 सितंबर 2022 को आयोग ने ट्विटर पर चाइल्ड पोर्नोग्राफी और बलात्कार के वीडियो को दर्शाने वाले ट्वीट्स पर ट्विटर इंडिया पॉलिसी हेड और दिल्ली पुलिस साइबर सेल को तलब किया था। इन आपराधिक कृत्यों में लिप्त कुछ ट्विटर अकाउंट एक रैकेट चलाते हुए दिखाई दे रहे थे, जिसमें उनके द्वारा बच्चों के अश्लील और बलात्कार के वीडियो उपलब्ध कराने के लिए पैसे मांगे जा रहे थे।
टि्वटर ने आपत्तिजनक सामग्री हटाई
ट्विटर ने आयोग द्वारा फ़्लैग किए गए 20 से अधिक ट्वीट्स को हटाया और दिल्ली पुलिस ने आईटी अधिनियम की धारा 67/67-ए/67-बी के तहत प्राथमिकी दर्ज की। दिल्ली पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी शुक्रवार को आयोग के समक्ष उपस्थित हुए और बताया कि उन्होंने 8 विशेषज्ञ टीमों का गठन किया है और देशभर में छापेमारी की है। दिल्ली पुलिस इस मामले में अब तक 3 आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी है।
टि्वटर के जवाब को आयोग ने माना अनौपचारिक
आयोग ने मामले में ट्विटर के जवाब को अनौपचारिक करार दिया। आयोग द्वारा जारी एक बयान में यह कहा गया था कि ट्विटर बाल यौन शोषण के प्रति जीरो टॉलरेंस की नीति का दावा करता है, लेकिन वे अपने मंच पर चाइल्ड पोर्न और बच्चों और महिलाओं के बलात्कार को प्रदर्शित करने वाले सैकड़ों वीडियो की उपस्थिति की व्याख्या और रिपोर्ट करने में असमर्थ है। उन्हें यह सुनिश्चित करने के लिए कहा कि उनके मंच को इस तरह की आपत्तिजनक सामग्री से जल्द से जल्द छुटकारा मिले, उनके द्वारा निर्धारित संसाधनों और कदमों के बारे में आयोग को सूचित करना चाहिए।