कुशीनगर । उत्तर प्रदेश के कुशीनगर में श्रम मंत्री उत्तर प्रदेश स्वामी प्रसाद मौर्य द्वारा कोरोना वायरस की तीसरी लहर के आसन्न खतरे को देखते हुए सांसद, समस्त विधायक गण, राज्य मंत्री, जिला प्रशासन एवं स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक का आयोजन कलेक्ट्रेट सभागार में सम्पन्न हुआ। बैठक की शुरुआत में स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों द्वारा कोरोना संक्रमण की चेन को तोड़ने के क्रम में उठाए जा रहे कदम तथा वास्तविक स्थिति से संबंधित प्रस्तुतीकरण दिया गया, जिसके तहत मंत्री को अवगत कराया गया कि प्रतिदिन कोविड नियमित समीक्षा बैठक आयोजित होती है!, महामाया एंबुलेंस क्रियाशील है, एल2 अस्पताल की जानकारी, पॉजिटिविटी रेट, डेथ रेट, रिकवरी रेट की विस्तृत जानकारी, कोविड अस्पताल में मेडिकल इक्विपमेंट्स एवं स्टाफ, नर्स तथा डॉक्टर्स की व्यवस्था, मरीज की देखभाल का प्रबंधन, कोविड हेल्प डेस्क, टीकाकरण की स्थिति, मुसहर बस्ती में वैक्सीनेशन तथा तीसरी लहर की तैयारी के संदर्भ में जो कदम जिला प्रशासन की तरफ से उठाये गए तथा उठाये जा रहे हैं उनकी रिपोर्ट दी गई! जिसमें एल2 हॉस्पिटल में 20 बेड का पीकू, जिला अस्पताल में आर टी पी सी आर लैब, सीएचसी में अल्ट्रा सोनोग्राफी, डिजिटल एक्स-रे, ऑटोएनालाइजर की उपलब्धता, संयुक्त जिला चिकित्सालय में मिनी पीकू, एसएनसीयू की व्यवस्था, ऑक्सीजन प्लांट ऑक्सीजन पाइप लाइन इन सभी चीजों पर बिंदुवार जानकारी प्रस्तुत की गई।
श्रम मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य ने बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि कोरोना ने एक विध्वंसक और वैश्विक महामारी के रूप में पूरे विश्व में कहर बरपाया है। इससे देश और उत्तर प्रदेश भी प्रभावित हुआ है। दूसरी लहर में बड़े पैमाने पर मौतें हुई और वैज्ञानिकों ने तीसरी लहर के आने की भी आशंका जताई है, जिससे बच्चों के प्रभावित होने का खतरा ज्यादा है। इसलिए उन्होंने स्वास्थ्य विभाग तथा जिला प्रशासन को इस मुद्दे को संज्ञान में लेते हुए अभी से ही तैयारी शुरू कर देने का निर्देश दिया। माननीय मंत्री ने कहा कि दूसरी लहर में व्यवस्था चरमराई, ऑक्सिजन की अनुपलब्धता हुई, लेकिन विपरीत परिस्थितियों में भी माननीय प्रधानमंत्री की तत्परता और सक्रियता तथामुख्यमंत्री के द्वारा हफ्ते भर में प्रभावी कार्यवाही एवं प्रयास से ऑक्सीजन की उपलब्धता सुनिश्चित हुई। आज ऑक्सीजन की पर्याप्त उपलब्धता है। उन्होंने बताया कि तीसरी लहर दूसरी से भी खतरनाक हो सकती है इसकी वैज्ञानिकों ने आशंका व्यक्त की है और इस संदर्भ में कहीं कहीं तीसरी लहर के मरीज भी मिलने लगे हैं। माननीय मंत्री ने कहा कि उत्तर प्रदेश में ज्यादा आबादी के सापेक्ष मरीज ज्यादा है, अतः स्वाभाविक रूप से स्वास्थ्य व्यवस्था यहां अच्छी होनी चाहिए। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश देते हुए बताया कि सचल दल अस्पताल की सभी 13 गाड़ियां क्रियाशील होनी चाहिए, और मुख्य चिकित्सा अधिकारी को सक्रियता से इस कार्य को समय रहते पूरा करना चाहिए। एल2 कोविड अस्पताल में 45 बेड की आवश्यकता बताई। उन्होंने बताया कि तीसरी लहर कितनी भी खतरनाक क्यों ना हो हम अपनी बेहतर स्वास्थ्य व्यवस्था से उस चुनौती से निपट सकते हैं। इस संदर्भ में कुछ कमियों की तरफ ध्यान इंगित करते हुए उन्होंने कहा कि हमारे पास टीका पर्याप्त मात्रा में नहीं है जिसकी वजह से हम अन्य जनपदों की तुलना में पीछे हैं। इस पर ध्यान देने की जरूरत है। इसके साथ-साथ उन्होंने निगरानी समितियों को सक्रिय रखने की आवश्यकता पर भी बल दिया और कहा कि निगरानी समिति की भूमिका लोगों को सजग एवं जागरूक रखने की है। मास्क, सामाजिक दूरी तथा सैनिटाइजेशन के प्रयोग के लिए लोगों को प्रोत्साहित किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि टीकाकरण केंद्र में डाक्टर्स सभी को कोविड प्रोटोकॉल का पालन आवश्यक रूप से करावे, जनप्रतिनिधि भी जागरूकता की अपील करें क्योंकि उनकी अपील को लोग गंभीरता से लेते हैं। इसके साथ-साथ उन्होंने मुख्य चिकित्सा अधिकारी को और मुख्य चिकित्सा अधीक्षक को निर्देश देते हुए बताया कि जनप्रतिनिधिगणो के फोन को अटेंड किया करें। मुख्य चिकित्सा अधिकारी को निर्देश देते हुए मंत्री ने बताया कि जनप्रतिनिधिगणों को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र तथा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर डॉक्टर के आने के बारे में अवगत कराएं और उनको वहां बुलाए। जनप्रतिनिधिगण वहां जाएंगे तो लोगों की संख्या बढ़ेगी। जितनी जगह वैक्सीनेशन होगा उतनी ही तेजी से तीसरी लहर को रोकने में कामयाब होंगे। उन्होनें अस्पतालों में वेंटिलेटर की उपलब्धता की जानकारी ली एवं ऑक्सीजन पाइप लाइन को समय रहते पूरा करने के निर्देश दिए। उन्होंने स्वास्थ्य सेवा के बेहतरी के भी निर्देश दिए।
सांसद कुशीनगर विजय कुमार दुबे ने सभा को संबोधित करते हुए 15 अप्रैल से 15 मई तक का समय को याद करते हुए बताया कि कोरोना रूप बदल कर आया और इस दूसरी लहर ने पूरे देश को चपेट में लिया। कोरोना के इस रूप परिवर्तन ने कुछ चेतावनी दी जैसे ऑक्सीजन की जरूरत, बेड की समस्या आदि। कुशीनगर में बड़े शहरों की तरह व्यवस्था नहीं थी। कोविड अस्पताल पर बहुत दबाव था। इन सभी संदर्भ में आज की बैठक को बहुत महत्वपूर्ण बताते हुए सांसद ने बताया कि यह बैठक एक मजबूत हगदीवार की तरह है जो तीसरी लहर से बचाने में हमारी मदद करेगी। उन्होंने सर्वप्रथम आवश्यकता सभी बचे हुए सीएचसी पर ऑक्सीजन प्लांट तथा अस्पतालों में बेड की संख्या में पर्याप्त वृद्धि करने की बतायी। सांसद ने डीएम को कोविड के दौरान निरंतर जिम्मेदारियों के निर्वहन हेतु बधाई दी। उन्होंने मुख्यमंत्री का उल्लेख करते हुए बताया की मुख्यमंत्री ने कुशीनगर निरीक्षण के बाद जनपद में कोविड की तैयारी पर संतोष व्यक्त किया था। सांसद कुशीनगर ने यह भी कहा कि कोरोना से निपटने का एकमात्र उपाय टीकाकरण है। यदि टीकाकरण होगा तो तीसरे लहर का आभास भी नहीं होने देगा। अतः उन्होंने टीकाकरण की व्यवस्था को आगे बढ़ाए जाने पर जोर दिया। इस संदर्भ में उन्होंने जनप्रतिनिधियों की भूमिका जागरूकता प्रसार के लिए काफी महत्वपूर्ण मानी।
इस अवसर पर जिलाधिकारी एस0 राजलिंगम ने कहा कि जो कमियां है उसे दूर किया जाएगा एवं जो सुझाव मंत्री के द्वारा दिए गए हैं उसका शत-प्रतिशत पालन किया जाएगा। उन्होंने कोविड के संदर्भ में किये जा रहे प्रयासों के संदर्भ में माननीय मंत्री को अवगत कराया। मेडिकल वैन की स्थिति के बारे में जानकारी दिया तथा आश्वस्त किया कि जनपद में ऑक्सीजन की कमी नहीं होने दी जाएगी। कोविड जागरूकता में जनप्रतिनिधिगणो के सहयोग के लिए भी जिलाधिकारी ने धन्यवाद किया।
बैठक के अंत मे माननीय मंत्री जी ने पडरौना शहर में अस्पताल की सफाई व्यवस्था के संदर्भ में भी आवश्यक निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि शहर के बीचो बीच ये अस्पताल स्थित है और साफ सुथरा नहीं है। इस संदर्भ में मुख्य चिकित्सा अधिकारी को आवश्यक निर्देश दिए गए। इस अवसर पर दर्जा प्राप्त राज्यमंत्री राजेश्वर सिंह,विधायक कुशीनगर रजनी कांत मणि त्रिपाठी, विधायक फाजिलनगर गंगा सिंह कुशवाहा, विधायक हाटा पवन केडिया, जिलाधिकारी एस0 राजलिंगम, मुख्य विकास अधिकारी श्रीमती अनुज मलिक, अपर जिलाधिकारी विंध्यवासिनी राय, मुख्य चिकित्सा अधिकारी नरेंद्र गुप्ता, पूर्व जिला महामंत्री भाजपा मार्कंडेय शाही, अभय सिंह, विजय शुक्ला, ओम प्रकाश जायसवाल, आर के मौर्य, अनिल प्रताप राव, रामबृक्ष गिरी, राम जी इत्यादि लोग मौजूद थे।