द ब्लाट न्यूज़ । राजधानी में बीते साल के मुकाबले डेंगू के मामले करीब दो गुना बढ़े हैं। नगर निगम की ओर से सोमवार को जारी रिपोर्ट में बताया गया कि इस साल जनवरी से दस सितंबर तक डेंगू के 295 मामले मिले हैं, जबकि बीते साल इस अवधि में 158 केस सामने आए थे। निगम स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों का कहना है कि सितंबर और अक्टूबर महीना मच्छरों के प्रजनन के लिए अनुकूल रहता है। इस कारण डेंगू के मामले बढ़ते जा रहे हैं। रोकथाम के लिए डीबीसी कर्मचारियों को घर-घर में मच्छरों को मारने के लिए दवा का छिड़काव कराया जा रहा है।
रिपोर्ट में कहा गया है कि वर्ष 2018 में जनवरी से दस सितंबर तक 243 मामले डेंगू के सामने आए थे, जबकि वर्ष 2019 में 171 और वर्ष 2020 में 131 मामले डेंगू के सामने आए थे। वर्ष 2021 में 158 और अब वर्ष 2022 में 295 मामले डेंगू के सामने आए हैं। लेकिन इस साल डेंगू से किसी भी मरीज की मौत नहीं हुई है जबकि बीते साल 23 लोगों की मौत हुई थी। रिपोर्ट में चिकनगुनिया के दस सितम्बर 2022 तक 14 मामले सामने आए हैं जबकि वर्ष 2021 में 40 मामले थे। वर्ष 2018, 2019 तथा 2020 में क्रमश: 60, 60 तथा 47 मामले सामने आए थे।
मलेरिया के 63 मामले अब तक मिल चुके हैं, जबकि बीते साल 10 सितंबर तक 68 मामले आए थे। वर्ष 2018, 2019 तथा 2020 में क्रमश: 225, 247 तथा 114 मामले सामने आए थे। दिल्ली नगर निगम जन स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों का कहना है कि जिन कालोनियों के घरों में डेंगू के मरीज पाए जा रहे हैं उनके आस-पास मच्छरों के प्रजनन को रोकने लिए कीटनाशक दवाओं का छिड़काव कराया जा रहा है ताकि मच्छरों की उत्पत्ति को रोका जा सके।