द ब्लाट न्यूज़ । कोट्टयम मेडिकल कॉलेज में कुछ सप्ताह पहले, आवारा कुत्ते के काटने के बाद वेंटिलेटर पर रही 12 वर्षीय लड़की की सोमवार दोपहर को इलाज के दौरान मौत हो गयी।
रेबीज रोधी टीके की तीन खुराकें दिए जाने के बावजूद उसकी जान नहीं बचायी जा सकी।
स्वास्थ्य विभाग के सूत्रों ने बताया, ‘‘क्लीनिकल संकेतों से पता चलता है कि बच्ची की मौत रेबीज के कारण हुई लेकिन हम पुणे में राष्ट्रीय विषाणु विज्ञान संस्थान से रिपोर्ट मिलने का इंतजार कर रहे हैं जहां जांच के लिए नमूने भेजे गए हैं।’’
केरल के पथनमथित्ता जिले में रन्नी की रहने वाली लड़की को 14 अगस्त को एक आवारा कुत्ते ने उस समय बुरी तरह नोच डाला था जब वह सुबह दुकान से दूध लेने गयी थी।
कुत्ते द्वारा काटे जाने के बाद उसे फौरन एक अस्पताल में भर्ती कराया गया और उसे रेबीज रोधी टीके की तीन खुराकें दी गयी तथा उसे चौथी खुराक 10 सितंबर को दी जानी थी।
हालांकि, शुक्रवार शाम को उसकी हालत बिगड़ गयी, जिसके बाद उसे पथनमथित्ता जनरल हॉस्पिटल ले जाया गया लेकिन हालत गंभीर होने पर उसे कोट्टयम मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया।
केरल की स्वास्थ्य मंत्री वीणा जॉर्ज ने शनिवार को 12 वर्षीय लड़की के इलाज के लिए चिकित्सा बोर्ड गठित करने का आदेश दिया था।
राज्य में टीकाकरण के बावजूद रेबीज संक्रमण से हाल में मौत के मामलों पर बढ़ती चिंता के बीच मुख्यमंत्री ने पिछले सप्ताह विधानसभा में कहा था कि सरकार केरल में अस्पतालों में दी जा रही रेबीज रोधी टीके की खुराकों की गुणवत्ता की जांच करने के लिए एक विशेषज्ञ समिति का गठन करेगी।