द ब्लाट न्यूज़ । गुजरात एटीएस ने वडोदरा जिले की एक कंपनी पर छापा मारकर लगभग 225 किलोग्राम ड्रग्स बरामद किया है जिसकी कीमत 1125 करोड़ रुपये बताई गई है। यह ड्रग्स कोरोना की दवा की आड़ में बनाई गई, जिसकी तौल में एटीएस को करीब 18 घंटे लगे। एटीएस ने कंपनी के 2 भागीदारों मंजलपुर निवासी पीयूष पटेल को वडोदरा से, जबकि धोराजी निवासी महेश वैष्णव को सूरत से गिरफ्तार किया है।
गुजरात एटीएस ने मंगलवार को सुबह सावली के मोक्सी में नेक्टर केम कंपनी पर छापा मारा। इस दौरान लगभग 225 किलोग्राम ड्रग्स बरामद की गई जिसकी कीमत 1125 करोड़ रुपये बताई गई है। देर रात तक दवाओं की जांच व उनके वजन की जांच का सिलसिला चला जिसके वेरिफिकेशन में 18 घंटे लगे। एटीएस ने कंपनी के 2 भागीदारों मंजलपुर निवासी पीयूष पटेल को वडोदरा से, जबकि धोराजी निवासी महेश वैष्णव को सूरत से गिरफ्तार किया है।
एटीएस के मुताबिक यह कंपनी एक साल से चल रही थी, लेकिन जिला पुलिस और स्थानीय लोगों को इसकी भनक तक नहीं लगी। यह कंपनी कोरोना की हाइड्रोक्लोरोक्वीन दवा की आड़ में मादक दवाओं का निर्माण और कारोबार करती थी। किसी को भी फैक्ट्री में घुसने की इजाजत नहीं थी और कंपनी में दिन रात काम चल रहा था। आसपास के गांवों के युवक जब नौकरी के बारे में पूछताछ करने आए तो कंपनी में काम करना खतरनाक बताकर टाल दिया गया।
मोक्सी गांव के पूर्व सरपंच हरदीप सिंह महीडा ने बताया कि पांच साल पहले इस कंपनी से प्रतिबंधित मादक पदार्थ भी जब्त किया गया था। ड्रग्स पकड़े जाने के बाद अब औद्योगिक क्षेत्र की अन्य कंपनियां भी संदेह के घेरे में आ गई हैं। मोक्सी ग्राम पंचायत के सदस्य मेहुलभाई ने बताया कि कंपनी ने डेढ़ साल पहले निर्माण की अनुमति मांगी थी। एटीएस इसमें भागीदारों की भूमिका की भी जांच कर रही है।