द ब्लाट न्यूज़ । राजधानी दिल्ली में पाबंदी के बाद भी चाईनीज मांझा बिक रहा है। केवल खानापूर्ति के लिए कार्यवाही की जा रही है। यह कहना है बाबरपुर जिला कांग्रेस की उपाध्यक्ष नीलम चौधरी का। नीलम चौधरी कहती है पिछले दिनों युवक की गला कटने से हुई मौत के बाद भी प्रशाशन हरकत में नहीं आया है और अभी भी मांझे से हादसे हो रहे हैं। नीलम कहती है
सरकार की ओर से कई साल पहले इस मांझे की बिक्री पर रोक लगाई गई थी लेकिन हादसे होने के कुछ दिन तक तो प्रशासन अलर्ट रहता है लेकिन बाद में इस ओर ढील दे दी जाती है। नीलम चौधरी कहती हैं दिल्ली में 15 अगस्त और रक्षाबंधन पर विशेष रूप से पतंग उड़ाने का प्रचलन है। मांझे के कारण अनेको हादसे हो चुके है। दुपहिया वाहन सबसे ज्यादा शिकार हो रहे है वैसे तो ये चाइनीज मांझा पर रोक है उसके बाबजूद ये मांझाचोरी छिपे बिक रहा है इस मांझे की धार ओर मजबूती इतनी होती है कि अगर को चोट पहुचता और खून तक निकल जाता है दुपहिया वाहन चालकों को जब वे वाहन चला रहे होते है तो कटी हुई पतंग की डोर उनकी गर्दनों को छूते ही काट देता है क्योकि वाहन की रफ्तार के कारण ये चीनी धागा जो आसानी से नही टूट ता दुपहिया चालको के गर्दन पर उलझ कर प्राण तक लील लेता है।