द ब्लाट न्यूज़ । उपराष्ट्रपति पद के लिए छह अगस्त को होने वाले चुनाव से पहले विपक्ष की संयुक्त उम्मीदवार मार्ग्रेट अल्वा ने बृहस्पतिवार को सभी सांसदों से बिना किसी भय या राजनीतिक दबाव के ‘सबसे उपयुक्त’ उम्मीदवार के पक्ष में वोट डालने की अपील की।
उन्होंने एक वीडियो अपील में दावा किया कि वह ‘श्रेष्ठ उम्मीदवार’ हैं क्योंकि उनके पास अनुभव है और वह पीठासीन अधिकारी के तौर पर निष्पक्ष रूप से काम करेंगी एवं राष्ट्रीय महत्व के मुद्दों पर सहमति कायम के प्रति कटिबद्ध भी हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘मैं हर सांसद से बिना किसी भय के छह अगस्त को चुनाव में मेरे पक्ष में मत डालने की अपील करती हूं।’’ उन्होंने कहा, ‘‘आपके समर्थन से यदि मैं उपराष्ट्रपति निर्वाचित होती हूं तो मैं इस संसद के गौरव को बहाल करने के लिए राष्ट्रीय महत्व के मुद्दों पर सहमति कायम करने के लिए प्रतिबद्ध रहूंगी तथा आपके –माननीय सांसदों के साथ मिलकर काम करूंगी।’’
अल्वा ने अपना यह वीडियो ट्विटर पर साझा करते हुए लिखा, ‘‘मेरा वीडियो संदेश पार्टी लाइन से ऊपर उठकर सभी सांसदों के लिए है। छह अगस्त को होने वाले उपराष्ट्रपति चुनाव में पार्टी व्हिप लागू नहीं होगा एवं यह गुप्त मतदान होगा। उम्मीद है कि सांसद उस उम्मीदवार के लिए बिना किसी भय या राजनीतिक दबाव के वोट डालेंगे जिसे वे इस अहम पद के लिए सबसे उपयुक्त समझते हैं।’’
उन्होंने कहा कि कई राजनीतिक दलों के समर्थन के बाद भारत के उपराष्ट्रपति पद के चुनाव के लिए उम्मीदवार बनना उनके लिए विशेषाधिकार एवं सम्मान की बात है। उन्होंने कहा कि उन्होंने संसद के दोनों सदनों के सदस्य, केंद्रीय मंत्री एवं राज्यपाल के तौर पर 50 वर्षों तक काम किया है। उपराष्ट्रपति चुनाव में अल्वा का मुकाबला राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के प्रत्याशी जगदीप धनखड़ से है।