सावन के महीने में शिव जी को खुश करना है तो आप पशुपतिनाथ व्रत कर सकते हैं। अगर आपका कोई बहुत बड़ा काम अटका है या आपकी कोई मनोकामना है जो पूरी नहीं हो रही है तो आप पशुपतिनाथ व्रत कर सकते हैं। अब आज हम आपको बताते हैं कैसे करना है पशुपतिनाथ व्रत।
पशुपति व्रत करने के नियम- आपको पशुपति व्रत पांच सोमवार तक करना है। जी हाँ और आप इसे कोई से भी सोमवार से चालू कर सकते हो। आइए जानते हैं कैसे करना है। इस व्रत को करने के लिए सबसे पहले सुबह के समय पर भगवान शंकर का अभिषेक पूजन करने मंदिर में चले जाओ। उसके बाद पूजन अर्चना करके आने के बाद शाम के समय वही थाली लाकर घर में रख लो। आप सुबह के समय फल का आहार या मीठे का भोजन कर ले। उसके बाद शाम के समय घर से 6 दिए जलाकर ले जाएं घी के साथ में कुछ मीठा बना कर ले जाए। इसी के साथ शंकर जी के मंदिर में जाकर मीठे के तीन हिस्से कर दे। इसके बाद 2 हिस्से मंदिर में रख दें।
एक हिस्सा अपने साथ लेकर आना। अब मंदिर से 6 दिए लेकर गए हो उनमें से 5 दिए भगवान शंकर के सामने जलाकर रख दे और पशुपतिनाथ के नाम से अपनी कामना करके 1 दिया वापिस अपने थाली में रख लेना जब घर में प्रवेश करें तो घर के अंदर प्रवेश करते समय राइट भाग में जो १ दिया लेकर आए हो वह दिया दरवाजे के बाहर लगा दीजिए और घर के अंदर प्रवेश कर जाओ। वहीं शाम के समय भोजन करे तो मंदिर से आपने जो तीन हिस्से किए थे उसमे से जो एक हिस्सा लेकर आए हो उसके साथ भोजन कर लीजिए।