द ब्लाट न्यूज़ । जिले के गांव सिधरावली से साउथ कजाकिस्तान मेडिकल अकादमी से एमबीबीएस की पढ़ाई करने गया छात्र हिमांशु कुमार वहां नदी में नहाते हुए बह गया। उसे बचाने के लिए गया उसका दोस्त भी नदी में बह गया। यह हादसा रविवार 26 जून को हुआ था। दोनों युवकों की तलाश जारी है, लेकिन अभी तक कुछ पता नहीं चल पाया है। परिजनों को विदेश मंत्रालय व कजाकिस्तान में भारतीय दूतावास ने संपर्क साधकर सांत्वना भी दी है।
जानकारी के अनुसार पुत्र सिधरावली गांव निवासी भूपेंद्र सिंह एवं सोना देवी का पुत्र हिमांशु कुमार डेढ़ माह पूर्व ही साउथ कजाकिस्तान के शिमकैंट सिटी स्थित मेडिकल अकादमी से एमबीबीएस (जनरल मेडिसिन) की पढ़ाने के लिए गया था। यह कोर्स पांच साल का है। परिजनों के अनुसार रविवार 26 जून को हिमांशु के कुछ दोस्त वहां अक्षु नदी में नहाने के लिए गए। पहाड़ों के बीच से यह नदी निकलती है। हिमांशु ने उस दिन अपने पिता भूपेंद्र सिंह से भी फोन पर बात की और बताया कि वह नदी में नहाने नहीं जा रहा। दोस्तों द्वारा बार-बार कहने पर वह उनके साथ नदी में नहाने के लिए चला गया। नदी में नहाते समय हिमांशु कुमार तेज बहावे के साथ पानी में बह गया। जब वह डूबने लगा तो उसने अपने बिहार निवासी दोस्त आदील को बार-बार आवाज लगाई। उसे पहले तो दोस्तों ने उसकी चीख-पुकार नहीं सुनी। वह चिल्लाते हुए पानी के बीच समाता जा रहा था। आदील ने इसे गंभीरता से लिया और वह हिमांशु को बचाने के लिए उसकी तरफ चला गया। बाकी दोस्तों ने जब उसे देखा तो लकड़ी पकडऩे की बात कहने लगे।
पानी की गहराई अधिक होने के कारण हिमांशु और आदील दोनों ही दोस्त उस गहरे पानी में समा गए। आनन-फानन में घटना की सूचना वहां की पुलिस को दी गई। राहत एवं बचाव दल ने मौके पर पहुंचकर बचाव का कार्य शुरू किया। बताया जा रहा है कि दोनों युवकों की तलाश के लिए घटनास्थल के चार किलोमीटर आगे तक नदी में जाल लगाया गया है। हालांकि पांच दिन पूर्व की इस घटना में अभी तक दोनों युवकों के बारे में कुछ नहीं पता चल पाया है।
परिजनों का कहना है कि विदेश मंत्रालय और कजाकिस्तान में भारतीय दूतावास से उनका सम्पर्क जरूर हुआ है, लेकिन अभी तक हिमांशु के बारे में कुछ पता नहीं चल पाया है। सर्चिंग अभियान चल रहा है, यही कहा जा रहा है। घटना की सूचना के बाद से ही पूरे परिवार में मायूसी छाई है। हर पल बजने वाली फोन की घंटी से वे सहम जाते हैं।