द ब्लाट न्यूज़ । तिहाड़ जेल से होने वाले अपराध पर लगाम लगाने के लिए गत बुधवार को जेल में जांच अभियान चलाया गया। इस दौरान अलग-अलग जेलों में कैदियों ने इसका विरोध करते हुए जमकर बवाल काटा। उन्होंने जेल वार्डर के साथ झगड़ा किया। इस दौरान 16 कैदी और 7 वार्डर घायल हो गए। उन्हें अस्पताल पहुंचाया गया, जहां से 22 लोगों को छुट्टी मिल गई। वहीं एक कैदी को सफदरजंग अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
जेल अधिकारियों के अनुसार, तिहाड़ जेल से मोबाइल इस्तेमाल करने, कैदियों के पास हथियार एवं मादक पदार्थ मिलने की शिकायतें कई बार सामने आती हैं। इसे ध्यान में रखते हुए बुधवार को तिहाड़ की तीन अलग-अलग जेलों में कर्मचारियों ने चेकिंग की। कैदियों की तरफ से इसका जमकर विरोध किया गया। जेल संख्या 8 में जांच के दौरान कैदी तलाशी नहीं देने पर अड़ गए। जेल कर्मचारियों को शक था कि इनके पास ड्रग्स, पैने हथियार एवं मोबाइल हो सकते हैं, लेकिन तलाशी अभियान के दौरान कैदी वहां आये वार्डर से भिड़ गए।
उनके साथ ही कैदी हाथापाई करने लगे। इस दौरान विरोध कर रहे तीन कैदियों ने अपने कपड़े उतार दिए और हंगामा करने लगे। हालात बिगड़ते देख इमरजेंसी अलार्म बजाया गया। इसके बाद वहां पर जेल के अन्य कर्मचारी पहुंचे और हल्के बल का इस्तेमाल कर फंसे हुए सात वार्डरों को बचाया। इस दौरान कुछ कैदी एवं सात जेल वार्डर घायल हो गए।
उधर जेल संख्या-1 और 4 में भी जांच अभियान का विरोध कैदियों ने किया। कुछ कैदियों ने खुद को चोट पहुंचाकर घायल कर लिया। सभी जेलों में मिलाकर कुल 16 कैदी और 7 जेल वार्डर घायल हुए हैं। इनमें चार कैदियों को ज्यादा चोट लगी थी। घायलों को दीनदयाल उपाध्याय अस्पताल पहुंचाया गया, जहां से उपचार के बाद 22 लोगों को छुट्टी मिल गई। वहीं एक कैदी को सफदरजंग अस्पताल रेफर किया गया है।