द ब्लाट न्यूज़ । राष्ट्रपति चुनाव के लिए विपक्ष ने मंगलवार को पूर्व केंद्रीय मंत्री यशवंत सिन्हा को उम्मीदवार चुन लिया। कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस और समाजवादी पार्टी सहित 13 विपक्षी दलों ने बैठक में यह फैसला लिया। एनसीपी प्रमुख शरद पवार द्वारा बुलाई गई बैठक के लिए संसद भवन में एकत्र हुए विपक्षी नेताओं ने सिन्हा के नाम पर सहमति जताई। सिन्हा का नाम पवार, गोपालकृष्ण गांधी और फारूख अब्दुल्ला के राष्ट्रपति पद के चुनाव की दौड़ से बाहर होने के बाद सामने आया।
कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने बैठक के बाद संयुक्त बयान में कहा, हमें यह घोषणा करते हुए खुशी हो रही है कि हमने सर्वसम्मति से यशवंत सिन्हा को राष्ट्रपति चुनाव के लिए विपक्षी दलों के उम्मीदवार के रूप में चुना है। लंबे सार्वजनिक जीवन और प्रतिष्ठित करियर में यशवंत सिन्हा ने एक सक्षम प्रशासक, कुशल सांसद और केंद्रीय वित्त और विदेश मंत्री के रूप में देश की सेवा की है। वह भारत के धर्मनिरपेक्ष, लोकतांत्रिक ताने-बाने को बनाए रखने के लिए विशिष्ट रूप से योग्य हैं। बता दें कि सिन्हा का नाम पवार, गोपालकृष्ण गांधी और फारूख अब्दुल्ला के राष्ट्रपति पद के चुनाव की दौड़ से बाहर होने के बाद सामने आया।
भाजपा से की अपील
जयराम रमेश ने कहा, हम भाजपा और उसके सहयोगियों से राष्ट्रपति के रूप में यशवंत सिन्हा का समर्थन करने की अपील करते हैं। इससे हम एक योग्य ‘राष्ट्रपति को निर्विरोध निर्वाचित कर सकेंगे। हमें खेद है कि मोदी सरकार ने राष्ट्रपति उम्मीदवार को लेकर आम सहमति बनाने के लिए कोई गंभीर प्रयास नहीं किया है।
तृणमूल छोड़ने का ऐलान
बैठक से पहले, यशवंत सिन्हा ने तृणमूल छोड़ने का ऐलान किया। सिन्हा ने ट्वीट किया, ममता ने जो सम्मान मुझे तृणमूल में दिया, उसके लिए उनका आभारी हूं। अब समय आ गया है जब एक बड़े राष्ट्रीय उद्देश्य के लिए मुझे पार्टी से हटकर विपक्षी एकता के लिए काम करना चाहिए। मुझे यकीन है कि वह (ममता) इसकी अनुमति देंगी।
ये नेता हुए शामिल
बैठक में शामिल होने वालों में कांग्रेस के मल्लिकार्जुन खड़गे और जयराम रमेश, तृणमूल के अभिषेक बनर्जी, द्रमुक के तिरुचि शिवा, माकपा के सीताराम येचुरी और भाकपा के डी राजा भी शामिल हुए। शिवसेना ने बैठक में हिस्सा नहीं लिया।
बैठक से दूर रहे ये क्षेत्रीय दल
क्षेत्रीय दल टीआरएस, बीजेडी, आप, शिरोमण अकाली दल और वाईएसआरसीपी बैठक से दूर रहे। इन पार्टियों को किसी भी धड़े में नहीं माना जाता। ये पार्टियां पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी द्वारा बुलाई गई 15 जून की बैठक से भी दूर रही थीं।
प्रगतिशील दलों द्वारा सर्वसम्मति से उम्मीदवार बनाए जाने पर यशवंत सिन्हा को बधाई। आशा है कि वह राष्ट्र का प्रतिनिधित्व करने वाले मूल्यों को बनाए रखेंगे।
-ममता बनर्जी, तृणमूल सुप्रीमो
राष्ट्र के प्रति समान दृष्टिकोण रखने वाले सभी प्रगतिशील दलों के लिए इससे बेहतर विकल्प नहीं हो सकता था। सिन्हा को बधाई।
-अभिषेक बनर्जी, राष्ट्रीय महासचिव, तृणमूल कांग्रेस