द ब्लाट न्यूज़ । केंद्र सरकार की अग्निपथ योजना के विरोध में शुक्रवार को दिल्ली में छात्र संगठनों ने विरोध प्रदर्शन किया। कुछ स्थानों पर प्रदर्शनकारियों ने बसों में तोड़फोड़ भी की। आईटीओ पर प्रदर्शन के चलते आसपास के मार्गों पर जाम की समस्या भी रही।
राजधानी के विभिन्न छात्र और सामाजिक संगठनों के लोगों ने आईटीओ मेट्रो स्टेशन के करीब विरोध प्रदर्शन किया। यहां प्रदर्शनकारी छात्रों को हिरासत में लिया गया। इसमें संयुक्त रोजगार आंदोलन समिति, देश की बात फाउंडेशन, सीवाईएसएस, आइसा, एसएफआई, आम आदमी पार्टी यूथ विंग सहित कई संगठन शामिल थे। स्टूडेंट्स फेडरेशन ऑफ इंडिया की पदाधिकारी आइशी घोष का कहना है कि पहले से ही अर्थव्यवस्था में जहां बेरोजगारी की दर सबसे अधिक है, केंद्र सरकार की यह पहल इस देश के युवाओं के लिए विकट स्थिति पैदा करेगी। सशस्त्र बलों ने अब तक अच्छे वेतन और अन्य जीवन प्रतिभूतियों के साथ एक आकर्षक नौकरी का विकल्प प्रदान किया है। लेकिन अग्निवीर योजना लाखों युवाओं के साथ छल है।
ऑल इंडिया स्टूडेंट्स एसोसिएशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष एन साई बालाजी सहित आइसा कार्यकर्ताओं को हिरासत में लिया गया। एन साई बालाजी का कहना है कि अग्निपथ सेना में स्थायी नौकरियों को नष्ट करने और सेना के जवानों के बड़े पैमाने पर निराश करने की योजना के अलावा और कुछ नहीं है। सरकार ने संसाधनों- पीएसयू, रेलवे, एयर लाइन्स, कोयला और स्टील को बेचकर, युवाओं के लिए लाखों स्थायी नौकरियों को नष्ट करने के बाद, हर क्षेत्र में आकस्मिकता और अनुबंध को लागू करने के बाद, गरिमापूर्ण रोजगार के सभी अवसरों को समाप्त कर दिया है। यह राष्ट्रवाद का प्रचार करने के लिए सेना के नाम का इस्तेमाल कैसे करती है, लेकिन जब सेना के जवान वास्तव में अपने अधिकारों की मांग करते हैं, तो उन्हें अज्ञानता से निपटाया जाता है और कार्रवाई की जाती है।
देश की बात फाउंडेशन ने भी किया प्रदर्शन
देश की बात फाउंडेशन समर्थक छात्रों ने आईटीओ गेट नंबर 5 पर शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन किया। संगठन के पदाधिकारियों का कहना है कि सेना को कमजोर करने वाली अग्निपथ योजना युवाओं को स्वीकार नहीं है। इस विरोध प्रदर्शन में संयुक्त रोजगार आन्दोलन समिति के लोगों ने भी हिस्सा लिया। संयुक्त रोजगार आंदोलन समिति के लगभग 150 से अधिक प्रदर्शनकारियों को दिल्ली पुलिस द्वारा गिरफ्तार कर राजेंद्र नगर पुलिस स्टेशन ले जाया गया।