द ब्लाट न्यूज़ । मिलेनियम सिटी में बिल्डर सोसाइटी के ईडब्ल्यूएस फ्लैट के ड्रॉ से लेकर आवंटन की गड़बड़ी पर अब रोक लगाने का दावा किया जा रहा है। ऐसा इसीलिए क्योंकि अब बिल्डर सोसाइटी में ईडब्ल्यूएस फ्लैट का ड्रॉ और आवंटन हरियाणा हाउसिंब बोर्ड की ओर से किया जाएगा।
बता दें कि पहले यह आवंटन बिल्डर खुद ड्रॉ के माध्यम से करता था। इसके बाद नगर योजनाकार विभाग को जिम्मेदारी दी गई, लेकिन आवंटन में गड़बड़ियां नहीं रुकने पर प्रदेश सरकार ने हरियाणा हाउसिंग बोर्ड को सौंप दिया। बोर्ड को ईडब्ल्यूएस फ्लैटों के आवेदन की जांच करने से लेकर ड्रा करके आवंटन करने का जिम्मा दिया गया है। साथ ही नगर योजनाकार विभाग को बिल्डर कॉलोनी के ईडब्ल्यूएस प्लॉट और सोसाइटी के फ्लैट हाउसिंग बोर्ड को सौंपने के निर्देश दिए गए हैं।
सालों से हजारों फ्लैट का आवंदन अटका हुआ है, लोग प्रदर्शन तक कर चुके
गुरुग्राम में 30 हजार फ्लैट का आवंटन सालों से लटका हुआ है। जिसको लेकर आए दिन प्रदर्शन भी होते रहते हैं। वर्ष 2016 से 16 लाइसेंस बिल्डर प्रोजेक्ट के ईडब्ल्यूएस फ्लैट के आवंटी ड्रॉ का इंतजार कर रहे हैं, लेकिन विवाद के कारण आज तक ड्रॉ नहीं हो पाया। इसमें एटीएस ट्रिमब, एसयू एस्टेट प्राइवेट लिमिटेड, एमटूके, इम्पीरिया, एसएस ग्रुप, सीएसएन एस्टेट, डीएलएफ लिमिटेड, वाटिका लिमिटेड, चिंटल सिरीनिटी, एटीएस कुकुन, चिंटल इंडिया लिमिटेड, पारस बिल्डटैक, ईश्कृपा, एम्मार एमजीएफ लिमिटेड, नाइन एक्स, पार्श्वनाथ शामिल आदि शामिल हैं। लोगों को उम्मीद है कि हाउसिंग बोर्ड की ओर से ड्रॉ करके आवंटन किया जाएगा।
ईडब्ल्यूएस फ्लैट के आवंटन में होता है भ्रष्टाचार का बड़ा खेल
राज्य सरकार की नीति के अनुसार, निजी कॉलोनाइजर अपने कुल फ्लैट या प्लॉट में से 25 फीसदी आर्थिक रूप से पिछड़े वर्ग के लोगों के लिए बनाएंगे। इसके लिए सरकार द्वारा तय मापदंड के अनुसार, कॉलोनाइजर ही सरकारी प्रतिनिधियों के सामने फ्लैट का ड्रॉ करवाते थे। गुरुग्राम में इस श्रेणी के 15 हजार फ्लैट या प्लॉट का आवंटन गरीबों में हो चुका है। मुख्यमंत्री मनोहर लाल को इस बाबत जब विस्तृत विवरण में यह जानकारी मिली कि गरीबों के नाम पर आवंटित फ्लैट में गोलमाल होता है तो उन्होंने इसका ड्रॉ से लेकर आवंटन तक हाउसिंग बोर्ड के जिम्मे कर दिया।
ईडब्ल्यूएस फ्लैट का नहीं दिया कब्जा
सेक्टर-104 स्थित गोदरेज समिट सोसायटी में ईडब्ल्यूएस फ्लैट का कब्जा नहीं मिलने से आवंटी सालों से परेशान हैं। आवंटी उर्मिला के अनुसार, सोसाइटी में बिल्डर प्रबंधन की तरफ से वर्ष 2016 में ईडब्ल्यूएस फ्लैट अलॉट किया था। लेकिन चक्कर लगाने के बाद भी आज तक बिल्डर ने फ्लैट का कब्जा नहीं दिया। फ्लैट की किस्तें पूरी जमा हो चुकी हैं। जब भी बिल्डर के कार्यालय जाते हैं तो कोई अंदर घुसने भी नहीं देता। कई ऐसे प्रोजेक्ट हैं, जिसके फ्लैट के लिए लोग विभागों का चक्कर काट रहे हैं।
कई फ्लैट का ड्रॉ रदद हो चुका
हरियाणा हाउसिंग बोर्ड ने गुरुग्राम-फरीदाबाद के आर्थिक रूप से पिछड़ों के लिए 863 फ्लैट का ड्रा रदद कर दिया है। 6 मार्च 2020 को हुए ड्रॉ को लेकर बोर्ड के तत्कालीन प्रशासक पर आरोप लगाए गए थे। प्रभावित लोगों ने इस ड्रॉ को रदद करने की मांग लेकर हाउसिंग बोर्ड मुख्यालय के समक्ष प्रदर्शन भी किए थे। नए पंजीकरण में 863 फ्लैट के लिए लगभग 13000 लोगों ने आवेदन किया था। पॉलिसी के अनुसार, ड्रॉ लोगों की उपस्थिति में और सूचना देकर ही किया जाना चाहिए था। लेकिन अधिकारियों ने ऐसा नहीं किया। ड्रॉ को तुरंत प्रभाव से रदद कर दिया था।
वरिष्ठ नगर योजनाकार संजीव मान ने बताया कि वर्ष 2018 के बाद बिल्डर कॉलोनी के प्लॉट और सोसाइटी में करीब तीस हजार फ्लैट बने हैं। अब इनका ड्रॉ करने से लेकर आवंटन हाउसिंग बोर्ड करेगा। बिल्डर के प्लॉट हाउसिंग बोर्ड को सौंप दिए हैं और फ्लैट को जल्द ही सौंपा जाएगा।