DJH¥æÚU°â ÕæÆU, ÇUèÅUèÂè °‹È¤ôâü×ð¢ÅU

माहिरा प्रोजेक्ट नगर योजनाकार विभाग के नाम ट्रांसफर…

द ब्लाट न्यूज़ । सेक्टर-68 के माहिरा हाउसिंग प्रोजेक्ट को राजस्व विभाग ने नगर योजनाकार विभाग के नाम ट्रांसफर कर दिया है। इसमें प्रोजेक्ट के दस एकड़ जमीन और 1498 फ्लैट शामिल हैं। नगर योजनाकार विभाग अब इस प्रोजेक्ट का कब्जा लेने के लिए उपायुक्त के आदेश का इंतजार है। कब्जा मिलने के बाद विभाग अधूरे प्रोजेक्ट को पूरा कराकर खरीदारों को दो महीने में सौंपेगा। वहीं, माहिरा बिल्डर के सेक्टर-104 के प्रोजेक्ट की जमीन मालिकों ने एसटीपी से मुलाकात की। उन्होंने बिल्डर पर जमीन का पैसा नहीं देने का आरोप लगाया।

वरिष्ठ नगर योजनाकार के अनुसार, सेक्टर-68 के निर्माणाधाीन हाउसिंग प्रोजेक्ट को पूरा करने के लिए माहिरा बिल्डर से पैसा मांगा गया है। उसके बैंक खाते खाली हो चुके हैं। बिल्डर सभी खरीदारों से तीन साल के अंदर पूरा पैसा ले चुका है। प्रोजेक्ट में कितना पैसा खर्च हुआ है। इसकी जानकारी बिल्डर की ओर से नहीं दी गई है। अधूरे प्रोजेक्ट में जितना खर्च आएगा। वह पैसा बिल्डर नहीं देता है तो उसकी उतनी प्रॉपर्टी अटैच की जाएगी। इसके बाद नीलामी करने से मिलने वाले पैसों से अधूरे प्रोजेक्ट को कराया कराया जाएगा।

विभाग कब्जा लेने की तैयारी में
जिला राजस्व विभाग से माहिरा हाउसिंग प्रोजेक्ट नगर योजनाकार विभाग को ट्रांसफर होने के बाद अब विभाग कब्जा लेने की तैयारी में जुट गया है। प्रोजेक्ट की जमीन से लेकर लेआउट प्लान तक अन्य दस्तावेज एकत्रित किए जा रहे हैं, जिससे अधूरे प्रोजेक्ट को पूरा कराने में विभाग को किसी परेशानी का सामना नहीं करना पड़े। सेक्टर-68 में साल 2017 में यह प्रोजेक्ट लॉन्च किया गया था। इस प्रोजेक्ट में 1498 फ्लैट बिक चुके हैं। एक फ्लैट की कीमत लगभग 26 लाख रुपये है। इसके अलावा बिल्डर के सेक्टर-63ए, 95, 103 व 104 में भी माहिरा होम्स अफोर्डेबल हाउसिंग प्रोजेक्ट हैं। माहिरा होम्स बिल्डर का लाइसेंस रद्द कर खरीदारों का पैसा वापस दिलवाने के प्रयास किया जा रहा है।

फर्जी दस्तावेज होने पर बिल्डर पर कार्रवाई
नगर योजनाकार विभाग की तरफ से नौ मई को फर्जी कागजात और बैंक गारंटी के आधार पर लिए गए सेक्टर-68 माहिरा होम्स प्रोजेक्ट लाइसेंस को रदद कर टेकओवर करने के निर्देश दिए थे। इसके अलावा माहिरा के सेक्टर-63ए, 95, 103 व 104 में भी बिल्डर ने फर्जी बैंक गारंटी जमा की थी। इन चारों प्रोजेक्ट में कंपनी और निदेशकों को 14 मई को ब्लैकलिस्ट कर दिया गया है। इसमें नौ हजार से अधिक खरीदारों की रातों की नींद उड़ी हुई है। फ्लैट के लिए खरीदार डीटीपी, हरेरा के अधिकारियों से लेकर जनप्रतिनिधियों तक का दरवाजा खटखटा रहे हैं। लोग सड़कों पर प्रदर्शन कर अपने आशियाने मांग रहे हैं।

एसटीपी से मिले जमीन मालिक
सेक्टर-103 में माहिरा हाउसिंग प्रोजेक्ट के जमीन मालिक सोमवार को वरिष्ठ नगर योजनाकार से मिले। उन्होंने बिल्डर पर आरोप लगाया कि इस प्रोजेक्ट को शुरू करने के लिए खरीदी गई जमीन का पैसा नहीं दिया। बिना पैसा दिए ही प्रोजेक्ट शुरू कर दिया था। एसटीपी से पैसा वापस लेने की गुहार लगाई। एसटीपी ने जमीन मालिको से लिखित में जवाब मांगा कि कितनी जमीन और कितना पैसा बकाया है।

गुरुग्राम के वरिष्ठ नगर योजनाकार संजीव मान ने बताया कि राजस्व विभाग ने सेक्टर-68 के माहिरा प्रोजेक्ट को नगर योजनाकार के नाम कर दिया है। अब इस प्रोजेक्ट पर कब्जा लिया जाएगा। उपायुक्त के आदेश का इंतजार हो रहा है। पैसा नहीं देने पर बिल्डर की प्रॉपर्टी अटैच कर नीलामी की जाएगा। नीलामी से मिलने वाले पैसों से अधूरे कार्य कराकर खरीदारों को दिया जाएगा।

 

Check Also

इंस्टाग्राम पर नाम बदल कर किया किशोरी से दोस्ती फिर किया दुष्कर्म

•आरोपित ने अपने साथी दोस्त के साथ मिलकर किशोरी के साथ दुष्कर्म किया और वीडियो …