द ब्लाट न्यूज़ । नोएडा प्राधिकरण मुख्य कार्यपालक अधिकारी रितु माहेश्वरी ने नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेस-वे की री-सरफेसिग की नई डेडलाइन तय कर दी है। अब कंपनी को 30 जून तक री-सरफेसिग का काम पूरा करना होगा। 15 जुलाई तक सड़क की मार्किंग कर नोएडा प्राधिकरण को अवगत कराना होगा। सीईओ ने निर्माण कंपनी को यह अंतिम चेतावनी देते हुए समय-सीमा बढ़ाई है। साथ ही कंपनी पर 75 लाख का अर्थदंड भी लगाया है।
नोएडा प्राधिकरण की मुख्य कार्यपालक अधिकारी ने बताया कि कंपनी अपनी जुर्माना राशि को वेव आफ कराने के लिए प्रयासरत थी, जिसकी फाइल को चेतावनी के साथ वापस कर दिया गया है। यदि तय समय में अब कंपनी काम पूरा नहीं करती, तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी। बता दें कि नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेस-वे पर प्रतिदिन करीब 10 लाख वाहन गुजरते है। इसकी री-सरफेसिग का काम लंबे समय से चल रहा है। कई बार कंपनी को चेतावनी और जुर्माने के बाद डेटलाइन बढ़ाई जा चुकी है। 30 अप्रैल तक काम पूरा करने का निर्देश दिया गया था, लेकिन कंपनी तय समय पर काम पूरा नहीं कर सकी। ऐसे में 75 लाख रुपये का अर्थदंड लगाया गया है। कंपनी पर अब तक एक करोड़ 72 लाख रुपये अर्थदंड लग चुका है।
जनवरी 2021 में शुरू हुआ था काम : नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेस-वे की मरम्मत का काम हाट-इन-प्लेस तकनीक पर हो रहा है। इस काम का जिम्मा सीएस इन्फ्रा कंस्ट्रक्शन कंपनी के पास है। मरम्मत का काम जनवरी 2021 में शुरू हुआ था। अनुबंध के तहत यह काम दो जून 2021 तक पूरा होना चाहिए था। तय समय से करीब एक साल अधिक का समय बीत चुका है, लेकिन अभी तक काम पूरा नहीं है। इसके बाद हर माह नई डेडलाइन दी गई, पर काम पूरा नहीं हुआ। अब तक चार से पांच बार डेडलाइन बढ़ाई जा चुकी है। यही नहीं, अलग-अलग चरणों में 20 लाख, 20 लाख, 10 लाख, 22 लाख, 25 लाख और अब 75 लाख रुपये का जुर्माना लगाया गया है।
एक साल से एक्सप्रेस की रफ्तार 100 से घट रह गई 20 किमी प्रतिघंटा : नोएडा को ग्रेटर नोएडा से जोड़ने वाला एक्सप्रेस-वे 23.4 किलोमीटर लंबा है। इसका 20 किमी का हिस्सा नोएडा में है, बाकी ग्रेटर नोएडा में। इसकी री-सरफेसिग की जा रही है। रोजाना एक्सप्रेस-वे पर सेक्टर-96 से सफीपुर तक जगह-जगह जाम लगता है। 100 किमी की स्पीड वाले एक्सप्रेस-वे पर 20 से 30 किमी प्रतिघंटा या इससे भी कम रफ्तार में वाहन चलते हैं।
50 एमएम की एसएमए कोटिंग का काम अंतिम चरण में: एक्सप्रेस-वे को फाइनल टच देने के लिए 50 एमएम की स्टोन मैस्टिक एसहाल्ट (एसएमए) कोटिग का काम चल रहा है। कंपनी एक प्लांट से ही यह काम पूरा कर रही थी, लेकिन अब एक अतिरिक्त प्लांट लगाया गया है। इसके बाद 30 जून तक काम पूरा करने का समय मिला है। काम को जल्द पूरा करने के लिए दिन-रात को मिलाकर 10 घंटे काम किया जा रहा है।
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