द ब्लाट न्यूज़ । कांग्रेस ने पार्टी के नेता पी. चिदंबरम के बचाव में उतरते हुए मंगलवार को कहा कि 11 वर्ष पुराने मामले में उनके और उनके बेटे के खिलाफ केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) के छापे ‘‘गलत’’ हैं तथा इसका लक्ष्य ‘‘महंगाई एवं बेरोजगारी’’ के मुख्य मुद्दों से ध्यान भटकाना है। पार्टी ने यह भी कहा कि पी. चिदंबरम एक राष्ट्रवादी और देशभक्त हैं, जिनकी देश के प्रति प्रतिबद्धता पर सवाल खड़ा नहीं किया जा सकता।
केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने एक बिजली कंपनी के लिए 263 चीनी नागरिकों को वीजा प्राप्त करने में सहायता करने के 11 साल पुराने एक आरोप की जांच को लेकर लोकसभा सदस्य कार्ति चिदंबरम के खिलाफ एक नया मामला दर्ज किया है। जांच एजेंसी के अनुसार, कार्ति पर आरोप है कि उन्होंने अपने पिता पी. चिदंबरम के केंद्रीय गृह मंत्री रहने के दौरान 50 लाख रुपये के एवज में चीनी नागरिकों को वीजा दिलवाया था। सीबीआई ने पी चिदंबरम और उनके पुत्र कार्ति के चेन्नई और दिल्ली स्थित आवास सहित विभिन्न शहरों में 10 स्थानों पर तलाशी भी ली।
कांग्रेस के वरिष्ठ प्रवक्ता अजय माकन ने यहां संवाददाता सम्मेलन में कहा कि ‘‘छापे गलत हैं।’’ उन्होंने संवाददाताओं से कहा, ‘‘कांग्रेस पार्टी चिदंबरम के साथ खड़ी है। यह (छापेमारी) बढ़ती महंगाई और बेरोजगारी के मुद्दे से लोगों का ध्यान भटकाने के लिए किया जा रहा है।’’ माकन ने कहा, ‘‘यह मुद्दा करीब 12 साल बाद उठाया जा रहा है और चिदंबरम ने छापेमारी के ‘समय’ पर भी सवाल उठाया है।’’
कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा, ‘‘पी. चिदंबरम एक राष्ट्रवादी और देशभक्त हैं, जिनकी देश के प्रति प्रतिबद्धता पर कोई सवाल खड़ा नहीं किया जा सकता।’’ सुरजेवाला ने ट्वीट किया, ‘‘एक पूर्व गृह मंत्री और वित्त मंत्री के खिलाफ सीबीआई द्वारा हास्यास्पद आरोप राजनीतिक विमर्श के निम्नतम स्तर को प्रदर्शित करते हैं।’’
चिदंबरम ने एक बयान में कहा कि आज सुबह सीबीआई के एक दल ने उनके चेन्नई स्थित घर और दिल्ली स्थित आधिकारिक आवास पर छापेमारी की। उन्होंने कहा, ‘‘सीबीआई के दल ने मुझे एक प्राथमिकी दिखाई, जिसमें मेरा नाम आरोपी के तौर पर दर्ज नहीं था। छापेमारी में कुछ नहीं मिला और कुछ भी जब्त नहीं किया गया।’’ उन्होंने कहा, ‘‘मैं इस बात की ओर ध्यान जरूर दिलाना चाहूंगा कि छापेमारी का समय दिलचस्प है।’’ अधिकारियों ने बताया कि चेन्नई और मुंबई में तीन-तीन जगहों के अलावा दिल्ली, कर्नाटक, पंजाब और ओडिशा में एक-एक जगह पर छापेमारी की गई।