उत्तराखंड में मौसम फिर लेगा करवट, चारधाम सहित कई जिलों में बारिश को लेकर येलो अलर्ट

उत्तराखंड के पर्वतीय इलाकों में अगले कुछ दिन मौसम खराब रहेगा। चारधाम सहित अन्य इलाकों में बारिश के आसार हैं। मौसम विभाग ने 18 और 21 मई को लेकर येलो अलर्ट भी जारी किया है। मौसम विज्ञान केंद्र देहरादून से जारी पूर्वानुमान के अनुसार, 18 मई को उत्तरकाशी, रुद्रप्रयाग, चमोली, बागेश्वर और पिथौरागढ़ में कहीं-कहीं गर्जन के साथ आकाशीय बिजली चमकने की आशंका है।

साथ ही बारिश की तीव्र बौछार पड़ सकती है। मौसम विभाग ने 30 से 40 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से हवाएं चलने की भी संभवना जताई है। 21 मई को राज्य में कहीं-कहीं ओलावृष्टि की आशंका जताई गई है। वहीं बारिश के साथ 50 से 60 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से हवाएं चलने की संभावना है।

इसे लेकर येलो अलर्ट जारी किया गया है। इसके अलावा 19 मई को भी पर्वतीय जिलों में हल्की बारिश की संभावना है। मैदानी इलाकों में मौसम शुष्क रहेगा। वहीं 20 मई को पर्वतीय और मैदानी इलाकों में कहीं-कहीं गर्जन के साथ हल्की बारिश हो सकती है। दून में बुधवार को आसमान में आंशिक बादल छाए रहेंगे। कुछ इलाकों में हल्की बारिश हो सकती है।

वहीं मंगलवार को दून का अधिकतम तापमान 36.8 और न्यूनतम तापमान 22 डिग्री सेल्सियस रहा। चारधाम मार्ग की बात करें तो रुद्रप्रयाग से जोशीमठ, बदरीनाथ और हेमकुंड के बीच, रुद्रप्रयाग से केदारनाथ, टिहरी से उत्तरकाशी के बीच, गंगोत्री और यमुनोत्री मार्ग पर हल्बी बारिश के आसार हैं।

केदारनाथ पैदल मार्ग चार घंटे बंद, यात्री रोके
केदारनाथ पैदल मार्ग पर गौरीकुंड घोड़ा पड़ाव के पास पहाड़ी से मलबा और बोल्डर आ जाने से मार्ग चार घंटे बाधित रहा। लोक निर्माण विभाग गुप्तकाशी, एनडीआरएफ, डीडीआरएफ की टीम ने चार घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद रास्ता खोला। जिला प्रशासन ने इसके बाद 10,800 यात्री केदारनाथ भेजे।

जबकि, दस हजार यात्रियों को गौरीकुंड और सोनप्रयाग में रोका गया। इन्हें आज केदारनाथ भेजा जाएगा।  बीती रात हुई बारिश के चलते मंगलवार सुबह छह बजे गौरीकुंड से एक किलोमीटर आगे पहाड़ी से मलबा आने से पैदल मार्ग अवरुद्ध हो गया।

बदरीनाथ हाईवे दो घंटे रहा बंद
पंचपुलिया के पास सड़क चौड़ीकरण के दौरान पहाड़ी से बोल्डर गिर जाने से बदरीनाथ हाईवे दो घंटे तक बंद रहा। रास्ता बंद हो जाने से सड़क के दोनों तरफ करीब पांच किमी से लंबा जाम लग गया। बोल्डर और मलबा हटाने के लिए सिर्फ एक छोटी मशीन होने के कारण रास्ता खोलने में करीब दो घंटे लग गए।

एनएच के अवर अभियंता प्रिंस ने बताया कि बड़ी मशीन में खराबी के चलते मरम्मत के लिए अन्यत्र भेजी गई थी। जिसे मंगाने में कुछ समय लग गया। बावजूद जल्द हाईवे से मलबा हटा दिया गया। लेकिन जाम करीब पांच, छह किमी लंबा होने की वजह से समय लगा।

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