रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम न लगानेपर देना होगी पेनल्टी…

द ब्लाट न्यूज़ । रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम में क्वालिटी से समझौता नहीं होना चाहिए। पानी उतारने का जो उद्देश्य है वो पूरा हो जाए। अगर इसमे लापरवाही होती है तो ये अपने साथ ही धोखा होगा। बीते चार-पांच साल का ही आकलन करें तो स्थिति समझी जा सकती है। शहरों का जल स्तर कम हो रहा है। हमने चेन्नई और बैंगलूरू की स्थिति देख ली है।

यह कहना निगमायुक्त प्रतिभा पाल का है वो बुधवार को एआइसीटीएसएल के सभागार में शहर के कॉलोनाइजरों और बिल्डरों की बैठक में भू-जल स्तर को बढाने के लिए जल संवर्धन अभियान के तहत बोल रही थी। उन्होंने सभी मकानों, इमारतों और बगीचों आदि में वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम लगाना सुनिश्चि करने के निर्देश के साथ ही किस तरह का सिस्टम लगाया जाना चाहिए इससे अवगत कराया। अधिकारियों ने 30 मई तक अनिवार्य रूप से वाटर हार्वेस्टिंग लगाने के निर्देश दिए अन्यथा 15 जून के बाद पेनल्टी लगाने की बात कही। भू-जल संरक्षण हेतु आवश्यक रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम लगाने की प्रक्रिया प्रेजेंटेशन के माध्यम से बताई गई। टेच विधि, कुंए द्वारा जलपुनर्भरण, रूफ टॉप, रिचार्ज पिट विधि, छिद्र युक्त केसिंग पाईप की विस्तार से जानकारी दी गई। इस दौरान संदीप श्रीवास्तव, अतुल झंवर, लीलाधर माहेश्वरी, गोपाल गोयल, शादाब गौरी, भूपेश व्यास, सुमित मंत्री, वरूण बागली, पंकज रमानी, सत्यभान रजब व अन्य उपस्थित थे।

कॉलोनाइजरों ने सुझाव दिया कि इस अभियान के लिए सीएसआर फंड भी काम में लिया जाए ताकि जहां लोगों की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं है वहां भी सिस्टम लग सके। बड़े गार्डन में गहरे पिट बनाकर ज्यादा पानी भूमि में संरक्षित करने का भी सुझाव भी आया जिस पर अधिकारियों ने सहमति दी। बड़ी छतों पर एक से अधिक पाइप लगाना मुश्किल बताया इस पर अधिकारियों ने सभी पाइप को नीचे लाकर जोड़ने का तरीका बताया।

30 मई तक लगे रेन वाटर हार्वेस्टिंग
निगमायुक्त प्रतिभा पाल और अन्य अधिकारियों ने रेन वाटर हार्वेस्टिंग की विभिन्न पद्धतियों के संबंध में विस्तार से जानकारी दी। पाल ने बताया कि जो निर्माण हो चुके हैं जो निर्माणधीन है उन सभी में 30 मई तक अनिवार्य रूप से रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम लगा लें ताकि वर्षाकाल में अधिक से अधिक वर्षा जल का संग्रहण कर उससे भू-जल स्तर बढाया जा सके। पहले से लगे सिस्टम को दुरूस्त करने के भी निर्देश भी दिए। निगमायुक्त ने बताया कि 311 एप के माध्यम से आवेदन कर सकते हैं।

15 जून के बाद लगेगी पेनल्टी
पाल ने बैठक में कहा कि रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम लगाने से ज्यादा जरूरी है कि वह अच्छी गुणवत्ता का लगाया जाए, ताकि आने वाले समय तक उसमें आवश्यक संधारण कार्य किया जा सके। इंदौर शहर सबसे महंगा पानी पीता है। इसके लिए जरूरी है कि कैच द रेन वाटर हेतु आप सभी को जागरूक करें। पाल ने बताया कि नियमानुसार भवन/मॉल/ होटल/व्यवसायिक व अन्य संस्थानो में 15 जून के पहले पूर्व वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम लगाना अनिवार्य है। अन्यथा निगम द्वारा पेनल्टी लगाने की कार्रवाई की जाएगी।

 

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