भारत में कोविड-19 के 60,753 नए मामले आए, उपचाराधीन मरीजों की संख्या 74 दिनों में सबसे कम

नई दिल्ली । देश में एक दिन में कोविड-19 के 60,753 नए मामले आने के बाद संक्रमण के कुल मामलों की संख्या बढ़कर 2,98,23,546 हो गयी है, जबकि उपचाराधीन मरीजों की संख्या 7,60,019 हो गयी है जो 74 दिनों में सबसे कम है।

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के शनिवार सुबह आठ बजे तक जारी आंकड़ों के अनुसार, 1,647 और लोगों के जान गंवाने से मृतकों की संख्या 3,85,137 हो गयी है। उपचाराधीन मरीजों की संख्या संक्रमण के कुल मामलों का 2.55 प्रतिशत है जबकि कोविड-19 से स्वस्थ होने वाले लोगों की राष्ट्रीय दर 96.16 प्रतिशत है।

मंत्रालय ने बताया कि शुक्रवार को कुल 19,02,009 नमूनों की जांच की गई और इसके साथ ही देश में अब तक कुल 38,92,07,637 नमूनों की जांच हो चुकी है। संक्रमण की दैनिक दर 2.98 प्रतिशत दर्ज की गई। यह लगातार 12वें दिन पांच प्रतिशत से कम है। साप्ताहिक संक्रमण दर भी गिरकर 3.58 प्रतिशत हो गयी है।

आंकड़ों के मुताबिक, स्वस्थ होने वाले लोगों की संख्या लगातार 37वें दिन संक्रमण के नए मामलों से अधिक है। इस बीमारी से स्वस्थ होने वाले मरीजों की संख्या बढ़कर 2,86,78,390 हो गयी है जबकि मृत्यु दर 1.29 प्रतिशत है। देश में टीकाकरण अभियान के तहत अब तक कोविड-19 रोधी 27,23,88,783 खुराक दी जा चुकी है।

देश में पिछले साल सात अगस्त को संक्रमितों की संख्या 20 लाख, 23 अगस्त को 30 लाख और पांच सितम्बर को 40 लाख से अधिक हो गई थी। वहीं, संक्रमण के कुल मामले 16 सितम्बर को 50 लाख, 28 सितम्बर को 60 लाख, 11 अक्टूबर को 70 लाख, 29 अक्टूबर को 80 लाख, 20 नवम्बर को 90 लाख के पार हो गए। देश में 19 दिसम्बर को ये मामले एक करोड़ के पार और चार मई को दो करोड़ के पार चले गए थे।

इस महामारी से जिन 1,647 और लोगों ने जान गंवाई है उनमें से 648 की महाराष्ट्र, 287 की तमिलनाडु और 168 लोगों की मौत कर्नाटक में हुई।

देश में अब तक कुल 3,85,137 लोगों की कोरोना वायरस से मौत हो चुकी है। इनमें से सबसे अधिक 1,16,674 लोगों की मौत महाराष्ट्र में, 33,602 की कर्नाटक, 30,835 की तमिलनाडु, 24,900 की दिल्ली, 22,081 की उत्तर प्रदेश, 17,240 की पश्चिम बंगाल, 15,771 की पंजाब और 13,368 लोगों की मौत छत्तीसगढ़ में हुई।

स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि अभी तक जिन लोगों की मौत हुई है, उनमें से 70 प्रतिशत से ज्यादा मरीजों को अन्य बीमारियां भी थीं। मंत्रालय ने अपनी वेबसाइट पर बताया कि उसके आंकड़ों का भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) के आंकड़ों के साथ मिलान किया जा रहा है।

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