कासगंज । जनपद में कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर की रफ्तार भले ही कम रही हो, लेकिन तीसरी लहर को लेकर स्वास्थ्य महकमे की चिंताएं बढ़ी हुई हैं। जिले में संक्रमण की तीसरी लहर से निपटने के लिए प्रशासन और स्वास्थ्य महकमे ने जोरशोर से तैयारियां की हैं। जिला अस्पताल में अभी से पीडियाट्रिक्स आईसीयू वार्ड तैयार कर लिया गया है। इसमें 10 बेड व्यवस्थित किए गए हैं। इसके अलावा चिकित्सकों और पैरामेडिकल स्टॉफ को वर्चुअल प्रशिक्षण दिया जा रहा है।
विशेषज्ञों का मानना है कि तीसरी लहर बच्चों के लिए बेहद घातक होगी, लेकिन जिले में संक्रमण से निपटने के लिए खास इंतजाम नहीं है। हालांकि प्रशासन और स्वास्थ्य महकमा निरंतर कोशिशों में जुटा हुआ है कि तीसरी लहर से निपटने के लिए व्यवस्थाएं चाक-चौबंद बन सकें। इसी के चलते स्वास्थ्य विभाग ने जिला अस्पताल में 10 बेड का पीडियाट्रिक्स आईसीयू वार्ड तैयार कराया है। इसमें सभी व्यवस्थाएं दुरुस्त कर ली गई हैं। संभावित तीसरी लहर को लेकर अभी ऑक्सीजन प्लांट का काम जोरों पर है। स्वास्थ्य विभाग ऑक्सीजन प्लांट से ही पीडियाट्रिक्स आईसीयू वार्ड के लिए ऑक्सीजन की आपूर्ति करेगा। इधर शासन से कोई दिशानिर्देश न मिलने के कारण विभाग ने अभी तक बच्चों के लिए कोई किट तैयार नहीं की है।
एक बाल रोग विशेषज्ञ के सहारे पूरा जिला
जिले के सरकारी स्वास्थ्य महकमे में वैसे तो अधिकांश विशेषज्ञों का अभाव है। एकमात्र बाल रोग के एक विशेषज्ञ डॉ. दिनेश शर्मा तैनात हैं, सिर्फ इन्हीं का सहारा स्वास्थ्य महकमे को है। क्योंकि तीसरी लहर में यदि बच्चों पर मुसीबत आई तो सिर्फ इन्हीं बाल रोग विशेषज्ञ के सहारे पूरा जिला रहेगा। सरकारी महकमे में ही बाल रोग विशेषज्ञों की कमी नहीं है, बल्कि जिले में निजी बाल रोग विशेषज्ञ चुनिंदा हैं।
क्या कहते हैं सीएमओ
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर अनिल कुमार का कहना है कि तीसरी लहर से निपटने के लिए पीडियाट्रिक वार्ड तैयार कर लिया गया है। अभी किट बनाने के कोई निर्देश नहीं मिले हैं न ही किसी निजी अस्पताल को नया कोविड सेंटर बनाने का प्रस्ताव तैयार किया गया है।
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