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रक्षा मंत्री ने बीआरओ के दो उत्कृष्टता केन्‍द्र राष्‍ट्र को समर्पित किये

नई दिल्ली । सड़क सुरक्षा में उत्कृष्टता हासिल करने और सड़कों, पुलों, हवाई क्षेत्रों और सुरंगों के क्षेत्र में विकास को बढ़ावा देने के लिए स्थापित दो उत्कृष्टता केन्द्रों को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने आज राष्ट्र को समर्पित किया। सीमा सड़क संगठन के यहां स्थित कार्यायल में शुक्रवार को आयोजित इस समारोह में प्रमुख रक्षा अध्यक्ष जनरल बिपिन रावत, रक्षा सचिव अजय कुमार, संगठन के महानिदेशक लेफ्टिनेंट जनरल राजीव चौधरी और अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे। रक्षा मंत्री ने उत्‍कृष्‍टता केन्‍द्र की स्थापना में संगठन के महानिदेशालय के प्रयासों और विजन की सराहना करते हुए कहा कि ये केन्द्र देश की बेहतर सुरक्षा की दिशा में काम करेंगे और प्रधान मंत्री के ”आत्मनिर्भर भारत” के सपने को उचित प्रोत्साहन प्रदान करेंगे। संगठन ने स्वयं के संसाधनों के माध्यम से ये दो उत्कृष्टता केन्‍द्र बनाए हैं। सड़क सुरक्षा और जागरूकता के क्षेत्र में जो गहन संस्थागत ज्ञान और अनुभव हासिल किया है उसके माध्यम से दोनों उत्‍कृष्‍टता केन्‍द्र बहुआयामी शोधों का पता लगाकर उन पर ध्यान केंद्रित करेंगे और इन्हें आगे बढ़ाएंगे। संगठन का मानना है कि जैसे-जैसे राष्ट्र आगे बढ़ रहा है और सड़क नेटवर्क में तेजी से वृद्धि हो रही है, सड़क दुर्घटनाएं भी चिंता का विषय बन गई हैं। अभी देश में कोई भी संस्था या संगठन अकेले सड़क सुरक्षा और जागरूकता पर ध्यान केंद्रित नहीं करता है। इस उद्देश्य के साथ, बीआरओ ने सुरक्षित सड़क नेटवर्क के लिए एक नोडल उत्‍कृष्‍टता केन्‍द्र की स्थापना की है जो सड़क दुर्घटनाओं के विश्लेषण को दूसरों के साथ साझा करके जागरूकता पैदा करेगा और कीमती मानव जीवन की सुरक्षा के लिए महत्‍वपूर्ण सुझाव देगा। देश के पूर्वी और पश्चिमोत्‍तर क्षेत्रों में लगभग 60000 किलोमीटर सड़कों, 56000 मीटर पुलों, 19 हवाई पट्टियों और चार सुरंगों के विकास में विगत वर्षों में प्राप्त ज्ञान को संस्थागत बनाने के लिए सड़कों, पुलों, हवाई क्षेत्रों और सुरंगों के लिए उत्कृष्टता केंद्र की स्थापना की गई है। बीआरओ में निहित विभागीय विशेषज्ञता है और यह नवाचारों और नई प्रौद्योगिकियों और उपकरणों की शुरूआत करने में अग्रणी है और अब इसे अन्य सरकारी संगठनों और संस्थानों के साथ साझा किया जाएगा। उद्घाटन के दौरान रक्षा सचिव ने इन प्रतिष्ठानों के महत्व को रेखांकित किया और कहा कि ये उत्‍कृष्‍टता केन्‍द्र तकनीकी प्रगति के एक नए युग की नींव को मजबूत करने में लंबा सफर तय करेंगे। समारोह के दौरान, रक्षा मंत्री ने बीआरओ कर्मयोगियों की सेवा में चार डिजिटल सॉफ्टवेयरों का उद्घाटन कर राष्ट्र को समर्पित किया, जो संगठन की कार्य कुशलता, मानव संसाधन प्रबंधन, भर्ती प्रबंधन और उनके नामांकन और कार्य प्रबंधन प्रणाली में क्रांतिकारी बदलाव लाएंगे तथा आगे देश में ढांचागत विकास में वृद्धि करेंगे। तत्कालीन सेनाअध्‍यक्ष जनरल विपिन रावत, द्वारा परिकल्पित पहले एचआरएमएस सॉफ्टवेयर का वर्तमान सेनाअध्‍यक्ष जनरल एमएम नरावणे द्वारा उद्घाटन किया गया था। बीआरओ ने भी इसी तरह का सॉफ्टवेयर बनाया है जो कागजी काम को काफी कम कर देगा और इस तरह यह कार्बन फुट प्रिंट को कम करने की दिशा में एक बड़ा कदम होगा। इस अवसर पर बोलते हु रक्षा मंत्री ने संगठन में एक गतिशील परिवर्तन की शुरुआत करने के लिए महानिदेशक सीमा सड़क के नेतृत्व और दूरदृष्टि की सराहना की, जिससे रणनीतिक परियोजनाओं को उचित प्रोत्साहन एवं दिशा मिलेगी। उन्होंने सबसे कठिन महामारी के दौरान सीमाओं के साथ संपर्क बढ़ाने के लिए बीआरओ के प्रयासों की भी प्रशंसा की। संगठन के महानिदेशक ने सूचित किया कि सीमा सड़क संगठन राष्ट्र की सेवा के लिए प्रतिबद्ध है और संगठन की दक्षता को और अधिक तेजी से बढ़ाने के लिए वह सभी आवश्यक परिवर्तन लाएगा। बीआरओ ‘”हम या तो रास्ता खोज लेंगे या एक बना लेगे’” के प्रेरक दर्शन के साथ नई ऊंचाइयों को छू रहा है।

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