औरैया । जनपद के सीमा में घूम रहे आवारा गौवंश जनता के लिए मुसीबत बन गए हैं। राह चलते आने-जाने वाले लोगों को आवार मवेशियों से परेशानी हो रही है। कंचौसी क्षेत्र में दो जिले की सीमाएं लगने के बावजूद किसी भी जिले नजदीक गौशाला नहीं बनाई गई, जिससे इन सड़कों पर घूम रहे आवारा गौवंशों को गौशालाओं में भेजा सके।
जिला औरैया व कानपुर देहात के दोनों जिलों के अंतर्गत नजदीकी गौशाला नहीं बनाई गई है। इससे सैकड़ों आवारा पशु कंचौसी की लछियामऊ रोड, ढिकियापुर रोड, नहर पुल रोड, रेलवे फाटक रोड, झींझक रोड आदि अधिकांश सड़कों पर अन्ना घूम रहे हैं। आवारा पशुओं से किसानों की फसले बर्बाद कर देते हैं। दूसरी ओर छोटे-मोटे दुकानदारों की चाट-चाऊमीन, फल-सब्जियों आदि की ठेलियों को मारकर दुकानदारों की तैयार की गई सामग्रियों को खाकर फैला देते हैं जिससे इन कामदारों का काफी नुक्सान हो जाता है। कभी-कभी इन पशुओं की वजह से जानलेवा हादसे हो जाते हैं।
इसी तरह की घटना पिछले वर्ष नौगवां के सत्य नारायण दीक्षित का साड़ के हमले से मौत हो गई थी। पिछले माह ढिकियापुर में खेल रहे बच्चों पर पशुओं ने हमला कर दिया था, जिससे दो बच्चों भागने में चोटिल हो गए थे। इन आवारा पशुओं से जहां लोग परेशान हैं तो किसान रात को इनकी रखवारी कर रहे हैं। लोग दोनों जिलों के अधिकारियों से इन अन्ना पशुओं को गौशाला में भेजने की मांग की|