दिल्ली कैंट के नांगल इलाके में छोटी बच्ची से दुष्कर्म मामले में अब गृह मंत्रालय ने अपनाया सख्त रुख, 30 दिन के अंदर दाखिल होगा आरोप पत्र

दिल्ली कैंट के नांगल इलाके में छोटी बच्ची से दुष्कर्म मामले में अब गृह मंत्रालय ने सख्त रुख अपनाया है। गृहमंत्रालय ने गुरुवार को इस मामले में दिल्ली पुलिस के साथ इस पूरे मामले के साथ मयूर विहार में एक अन्य बच्ची के दुष्कर्म मामले को लेकर समीक्षा की। पुलिस अब केस दर्ज होने के 30 दिनों के अंदर अदालत में आरोप पत्र दाखिल करने के लिए प्रतिबद्ध है। जिससे इन मामलों की जल्द से जल्द सुनवाई शुरू हो सके। दोनों की मामलो की दिल्ली की फास्ट ट्रैक विशेष अदालतों में सुनवाई होगी।

शव के अवशेष का अंतिम संस्कार

इधर, दिल्ली कैंट थाना क्षेत्र में दुष्कर्म व हत्या मामले में बच्ची के शव के बचे हुए अवशेष का पुराना नांगलराया स्थित श्मशान भूमि पर अंतिम संस्कार किया गया। अंतिम संस्कार के समय बच्ची के माता-पिता व उनके नजदीकी रिश्तेदार मौजूद थे। दक्षिणी पश्चिमी जिला पुलिस उपायुक्त इंगित प्रताप सिंह ने बताया कि डीडीयू अस्पताल की मोर्चरी में रखा अवशेष पीड़ित पक्ष को सौंप दिया गया। जब अवशेष का अंतिम संस्कार किया जा रहा था, तब श्मशान भूमि के बाहर करीब 20 लोगों ने वहां विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया। ये लोग श्मशान भूमि परिसर में प्रवेश करना चाह रहे थे, लेकिन पीड़ित पक्ष ने इसके लिए उन्हें सहमति नहीं दी। इसके बाद पुलिसकर्मियों को वहां से हटने के लिए कहा। अंत्येष्टि के बाद पुलिसकर्मियों ने बच्ची के माता- पिता को उनके घर पहुंचाया।

 

गुजरात के गांधी नगर भेजा जा सकता है नमूनों की जांच के लिए

बता दें कि दिल्ली कैंट निवासी नौ साल की बच्ची के साथ कथित सामूहिक दुष्कर्म के बाद हत्या के मामले में अब क्राइम ब्रांच जांच कर रही है। क्राइम ब्रांच हर पहलू पर बारीकी से जांच कर रही है। वहीं, फोरेंसिक टीम नमूने एकत्र कर रही है। इसके साथ ही नमूनों को जांच के लिए जल्द ही गुजरात के गांधी नगर स्थित देश की सबसे बेहतर लैब में भेजा जाएगा।

 

क्या है मामले में ताजा अपडेट

बुधवार को क्राइम ब्रांच ने श्मशान भूमि परिसर की ड्रोन से वीडियोग्राफी कराई। दो दिन पहले बच्ची के माता-पिता के भी बयान दर्ज कर लिए गए हैं। सूत्रों की मानें तो बयान में स्वजन ने सामूहिक दुष्कर्म का आरोप नहीं लगाया है। उन्होंने बताया कि आरोपितों ने बच्ची के जल्द दाह संस्कार कर देने का दबाव बनाया, जिससे उन्होंने ऐसा किया। इस मामले में गिरफ्तार श्मशान भूमि के मुख्य पुजारी राधे श्याम सहित सलीम, कुलदीप और लक्ष्मी नारायण की मंगलवार को सफदरजंग अस्पताल में मेडिकल करवाकर यह पता करने की कोशिश की गई कि उनके शरीर पर कहीं ताजे चोट के निशान तो नहीं हैं? रिपोर्ट में चोट के निशान नहीं पाए गए।

 

करंट लगने की भी हो रही जांच

मनोविज्ञानी व फोरेंसिक एक्सपर्ट की टीम चारों से लगातार पूछताछ कर रही है। क्राइम ब्रांच की टीम पूरे घटनाक्रम को समझने और सच्चाई को सामने लाने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ रही है। क्राइम ब्रांच आरोपितों से अलग-अलग भी पूछताछ कर रही है। श्मशान गृह परिसर में जिस वाटर कूलर से बच्ची को करंट लगने का दावा किया जा रहा है। क्राइम ब्रांच उस वाटर कूलर की भी जांच करा रही है, ताकि बच्ची की मौत करंट लगने से हुई या नहीं इसका पता लगाया जा सके।

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