एक बच्चे में ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस (एचएमपीवी) की पुष्टि हुई है और उसका इलाज जिपमर में किया जा रहा है। इससे यह केंद्र शासित प्रदेश से रिपोर्ट किया गया दूसरा एचएमपीवी मामला बन गया। स्वास्थ्य निदेशक वी रविचंद्रन के अनुसार, बच्चे को बुखार, खांसी और नाक बहने के कारण पिछले सप्ताह सरकारी जवाहरलाल इंस्टीट्यूट ऑफ पोस्टग्रेजुएट मेडिकल एजुकेशन एंड रिसर्च में भर्ती कराया गया था। उन्होंने कहा कि उन पर इलाज का अच्छा असर हो रहा है और डॉक्टरों ने सुनिश्चित किया है कि सभी आवश्यक सावधानियां बरती जाएं।
पिछले हफ्ते, पुदुचेरी में तीन साल के बच्चे में एचएमपीवी का पहला मामला सामने आया था, जिसका एक निजी अस्पताल में इलाज चल रहा था। बच्चा पूरी तरह से ठीक हो गया और शनिवार (11 जनवरी) को उसे छुट्टी दे दी गई। तब से, केंद्र शासित प्रदेश में स्वास्थ्य अधिकारियों ने वायरस से प्रभावी ढंग से निपटने के लिए निवारक उपाय तेज कर दिए हैं।
भारत में ‘ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस’ (एचएमपीवी) के मामले सामने आने पर बढ़ती चिंताओं के बीच स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने कहा है कि यह वायरस नया नहीं है तथा लोगों को बुनियादी सावधानियां बरतने की जरूरत है। श्वसन संक्रमण फैलाने वाले एचएमपीवी पर हाल में चीन में महामारी जैसी स्थिति फैलने के बाद ध्यान गया है। हालांकि यह सभी आयु वर्ग के लोगों को प्रभावित कर सकता है, लेकिन विशेषज्ञों का कहना है कि भारत में इसके मामलों में कोई असामान्य वृद्धि नहीं देखी गई है।