वडोदरा । वडोदरा शहर के 4 प्रख्यात बिल्डर ग्रुपों पर आयकर विभाग की जांच दूसरे दिन गुरुवार को भी जारी रही। शहर के रत्नम ग्रुप, सिद्धेश्वर ग्रुप, न्यालकरण और श्रीमची बिल्डर ग्रुप के यहां सर्वे किया जा रहा है। आयकर विभाग के सूत्रों के मुताबिक कार्रवाई में कई बैंक खातों, बैंक लॉकर समेत नकदी और बड़ी मात्रा में कीमती आभूषण जब्त किए गए हैं। प्राथमिक जानकारी के अनुसार छापेमारी में बड़ी मात्रा में कालाधन और बेहिसाबी लेनदेन के बारे में पता चला है।
आयकर विभाग के सूत्रों के अनुसार वडोदरा के इन चारों बिल्डर ग्रुपों के यहां आयकर विभाग ने बुधवार से सर्वे शुरू किया है। आयकर विभाग के करीब 150 कर्मचारियों और अधिकारियों की अलग-अलग टीम ने 20 स्थानों पर छापेमारी की है। शहर के हरणी मोटनाथ मंदिर के पास रत्नम ग्रुप की स्कीम शुरू करने वाले संचालक निलेश शेठ, उनके भाई प्रकाश शेठ समेत भागीदारों के निवास स्थान, वुडा सर्किल के पास ऑफिस समेत 20 जगहों पर जांच की गई है। इसके अलावा सिद्धेश्वर ग्रुप के हरणी मोटनाथ रोड, वाघोडिया रोड समेत कंस्ट्रक्शन साइट के ऑफिस, भागीदारों के ऑफिस, निवास स्थान समेत 20 स्थलों पर छापेमारी की कारवाई की गई है। आयकर विभाग इन सभी प्रोजेक्ट के जमीन खरीद-बिक्री दस्तावेजों, बैंक व्यवहार आदि की जांच में जुटा है। अहमदाबाद आयकर विभाग के मुख्य कार्यालय से मिली जानकारी के अनुसार रियल एस्टेट के साथ जुड़े न्यालकरण और रत्नम ग्रुप के साथ जुड़े लोगों के 20 ठिकानों पर छापेमारी की गई है। इस दौरान बड़ी मात्रा में आपत्तिजनक कागजात मिले हैं। बड़ी रकम कर चोरी करने की भी संभावना है।
सूरत और अहमदाबाद में भी आयकर की कार्रवाई
जांच का तार अहमदाबाद और सूरत तक जुड़ा है। आयकर विभाग ने वडोदरा की छापेमारी में बिल्डरों से जुड़ी बातों को लेकर सूरत और अहमदाबाद में भी सर्वे किया है। छापेमारी की कार्रवाई अभी कुछेक दिन चलने की संभावना व्यक्त की गई है। वडोदरा का रत्नम ग्रुप 1989 से विभिन्न रेजिडेंसियल और कमर्शियल प्रोजेक्ट कर रहा है। पिछले 35 वर्ष में इस ग्रुप ने लाइफ स्टाइल, रत्नम पार्क व्यू और रत्नम ग्रीन फिल्ड समेत 44 से अधिक प्रोजेक्ट पूरे किए हैं।