कोलकाता । आरजी कर कांड के विरोध में जिला शासक कार्यालय घेराव के दौरान सोमवार को भाजपा कार्यकर्ताओं और पुलिस के बीच कूचबिहार का सागरदिघी इलाका रणक्षेत्र बन गया। पूर्व केंद्रीय गृह राज्य मंत्री निशीथ प्रामाणिक को पुलिस ने रैली से हिरासत में ले लिया, जिसके बाद भाजपा कार्यकर्ताओं ने पुलिस अधीक्षक (एसपी) कार्यालय पर जमकर पत्थरबाजी की। स्थिति को काबू में करने के लिए पुलिस को आंसू गैस के गोले भी छोड़ने पड़े।
आरजी कर कांड में न्याय की मांग और राज्य में महिलाओं की सुरक्षा की मांग को लेकर भाजपा ने सोमवार को कूचबिहार के जिला शासक कार्यालय के घेराव का आह्वान किया था। दोपहर दो बजे के आसपास पूर्व केंद्रीय मंत्री निशीथ प्रामाणिक, कूचबिहार जिला भाजपा अध्यक्ष सुकुमार राय, भाजपा विधायक मिहिर गोस्वामी और मालती राभा के नेतृत्व में भाजपा कार्यकर्ताओं का मार्च जिला शासक कार्यालय की ओर बढ़ रहा था। जिला शासक कार्यालय के करीब पुलिस ने उन्हें रोकने की कोशिश की लेकिन निशीथ और उनके समर्थकों ने पुलिस के बैरिकेड्स को तोड़ने का प्रयास किया।
निशीथ को अभी भी जेड श्रेणी की सुरक्षा प्राप्त है और वे अपने सुरक्षा कर्मियों के साथ आगे बढ़ रहे थे। इसी दौरान डीएसपी चंदन दास, अतिरिक्त डीएसपी कृष्णगोपाल मीना और आईसी तपन पाल के साथ उनकी तीखी बहस और धक्का-मुक्की हो गई। इसके तुरंत बाद पुलिस ने उन्हें हिरासत में लेकर एसपी कार्यालय ले जाया गया। निशीथ के हिरासत में लिए जाने के बाद भाजपा कार्यकर्ताओं और समर्थकों के बीच तनाव बढ़ गया। वे नारेबाजी करते हुए एसपी कार्यालय की ओर बढ़ने लगे। स्थिति को नियंत्रित करने के लिए पुलिस ने लाठीचार्ज किया लेकिन थोड़ी ही देर बाद भाजपा कार्यकर्ताओं ने एसपी कार्यालय पर पत्थरबाजी शुरू कर दी। इसके जवाब में पुलिस ने आंसू गैस के गोले छोड़े। पूरे इलाके में स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है। प्रशासन ने इलाके में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी है, ताकि किसी भी अप्रिय घटना से बचा जा सके।