अलीगढ़: 27 साल पहले खरीदे मकान पर बिना सूचना दिए गरजा बाबा का बुलडोजर

द ब्लाट न्यूज़ बुलडोजर बाबा के नाम से सु-विख्यात यूपी के मुख्यमंत्री योगी बाबा के बुलडोजर का कमाल कम अलीगढ़ में देर रात कहर ज्यादा देखने को मिला है। जहां 1996 में 27 वर्ष पहले एक परिवार द्वारा खरीदे गए मकान पर बिना सूचना दिए जिला प्रशासन द्वारा देर रात एक बड़ी कार्रवाई की गई है। जिला प्रशासन ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी बाबा के बुलडोजर का इस्तेमाल करते हुए 27 साल पहले एक परिवार द्वारा खरीदे गए मकान को बुलडोजर से ध्वस्त करते हुए जमींदोज कर दिया।

 

 

जिला प्रशासन द्वारा देर रात UP के बुलडोजर बाबा के बुलडोजर का इस्तेमाल करते हुए 27 साल पहले खरीद-फरोख्त किए गए मकान को जमींदोज किए जाने पर पीड़ित परिवार सहित आसपास के लोगों में जिला प्रशासन द्वारा की गई इस कार्रवाई को लेकर सवालिया निशान खड़े करते हुए प्रशासन की इस कार्रवाई को लेकर आक्रोश भी है। जिला प्रशासन द्वारा बुलडोजर चलाकर मकान ध्वस्त करने के बाद पीड़ित परिवार का कहना है कि मकान ध्वस्त करने से पहले जिला प्रशासन की तरफ से उन्हें किसी तरह की एक भी बार कोई भी सूचना नहीं दी गई। बावजूद इसके जिला प्रशासन ने उनको बिना कोई सूचना दिए 27 साल पहले खरीदे गए उनके मकान पर बुलडोजर चलवाकर जमींदोज करते हुए ध्वस्त कर दिया है।

प्राप्त जानकारी के जनपद अलीगढ़ के थाना रोरावर क्षेत्र के गोंडा रोड स्थित शाहपुर कुतुब चौकी क्षेत्र के मोहल्ला निवरी में अलीगढ़ जिला प्रशासन के द्वारा पीड़ित परिवार के लोगों को बिना सूचना दिए यूपी के बुलडोजर बाबा के बुलडोजर का बखूबी इस्तेमाल करते हुए 27 साल पहले खरीद-फरोख्त किए गए एक मकान को ध्वस्त करते हुए जमींदोज कर दिया गया है। जिला प्रशासन द्वारा देर रात पीड़ित परिवार के लोगों को बिना सूचना दिए मकान ध्वस्त करने को लेकर पीड़ित परिवार सहित आसपास के लोगों ने काफी आक्रोश है जिला प्रशासन द्वारा बुलडोजर चलवा कर मकान ध्वस्त किए जाने के बाद थाना रोरावर क्षेत्र निवासी पीड़ित महिला साबरा का कहना है कि 1996 में 27 साल पहले उसके पति समसुद्दीन के द्वारा नीवरी निवासी शमशाद प्रधान को पैसे देकर एक मकान धन सिंह ने खरीदा था। आरोप है कि समसुदीन प्रधान ओर डीलरों के द्वारा कुछ दिन पहले उनके मकान पर एक बोर्ड लगाया था। उनके मकान पर लगाएं गए उस बोर्ड को हटाने की एवज में समसुद्दीन प्रधान ने उनसे 9 लाख रुपये मांगे गए थे। जिस पर उन्होंने अपने मकान पर लगाए गए बोर्ड को हटाने के लिए समसुद्दीन प्रधान द्वारा मांगे गए 9 लाख रुपये बिना किसी लिखित-पढत के प्रधान को दे दिए। जिसके बाद पीड़ित परिवार के लोगों को बिना लिखित दिए समसुद्दीन प्रधान उनके प्लॉट में लगाएं गए उस बोर्ड को उखाड़ कर ले गया और बोर्ड को खैर थाने में जमा कर दिया।

वहीं सूचना पर पहुंची भारतीय किसान यूनियन भानु गुट अलीगढ़ संगठन की राष्ट्रीय अध्यक्ष अमीना बेगम ने कहा है कि उन्हें प्रशासन द्वारा एक मुस्लिम परिवार के घर पर बुलडोजर चलवा कर मकान ध्वस्त किए जाने की सूचना मिली। सूचना पर देर रात मौके पर पहुंची। जहां एसडीएम,सीओ सहित रोरावर थानाअध्यक्ष जिला प्रशासन की टीम के साथ मौके पर मौजूद थे। उन्होंने पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों से पूछा कि आप देर रात एक मुसलमान के घर पर बुलडोजर चलवाकर उसके मकान को ध्वस्त करा रहे हो तुम?इसको ध्वस्त कराने के लिए आपके पास कोई कार्रवाई और सरकारी कागजात हैं, जो इस तरह आप एक मुसलमान के घर पर बुलडोजर चलवा रहे हो,जिस पर प्रशासन और पुलिस वालों ने उससे कहा आप यहां से हट जाइए।

इस दौरान जब वह मौके पर पहुंची तो तब टाइम करीब 8:30 बजे का था ओर उन्होंने बुलडोजर चलवा रहे प्रशासनिक और पुलिस अधिकारियों से कहा “”ये मुस्लिम परिवार के लोगों की जायदाद है कोई फ्रॉड तो है नहीं”” “ये मुसलमानों की पुरानी जायदाद हैं? इस पर अधिकारियों ने उससे मकान तोड़े जाने से रुकवाने के लिए आदेश लेकर आने की बात कही ओर उससे कहा अगर आप जिले के उच्च प्रशासनिक अधिकारियों का आदेश लेकर आओ तो हम इस कार्रवाई को रोक देंगे। इस पर उसने कहा कि क्या? उसको ये आदेश जिला प्रशासन और पुलिस अधिकारियों से रात में मिल जाएगा या फिर दिन में मिलेगा, इतना सुनते ही एसडीएम,सीओ ओर पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी मौके से भाग गए।

अमीना बेगम ने कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ कहते हैं कि वह गरीबों की संपत्ति पर कब्जा नहीं करेंगे। तो फिर ये बुलडोजर बाबा की सरकार मुसलमानों की सम्पतियों पर कब्जा क्यों करा रहे है, ओर किस बात पर मुसलमानों की संपत्ति पर कब्जा हो रहा है,अगर ऐसे में हम लोग हिंदू मुसलमान लग रहे हैं,तो फिर मुख्यमंत्री योगी हिंदू मुसलमान क्यों लड़ा रहे हैं। साथ ही भानु गुट की मुस्लिम महिला नेत्री ने कहा कि मुस्लिम परिवार के मकान को ध्वस्त करने को लेकर देर रात की गई इस कार्रवाई पर उसको जिला प्रशासन ओर पुलिस से उनके द्वारा मुस्लिम परिवार के मकान पर की गई कार्रवाई पर जवाब चाहिए।

वहीं जिला प्रशासन का कहना है कि उनके द्वारा कुछ दिन पहले एक शराब माफिया की संपत्ति को कुर्क किया गया था।जो कुर्क की भूमि पुलिस की देखरेख में खाली पड़ी हुई थी। जिस खाली पड़ी जमीन पर कुछ लोगों ने अवैध निर्माण कर लिया था। प्रशासन द्वारा कुर्क की गई संपत्ति पर अवैध निर्माण किए जाने की सूचना पर उस अवैध निर्माण को ध्वस्त कराते हुए यथास्थिति में लाया गया है।

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