the blat news;
बहराइच l पर्यावरण संतुलन को बनाए रखने के लिए प्रशासनिक अधिकारियों से लेकर सामाजिक कार्यकर्ताओं, विधायकों,सांसदों को स्वयं मुख्यमंत्री द्वारा पेड़ पौधों की जरूरतों पर लगातार संदेश दिए जाने के बावजूद जनपद में हरे पेड़ों व फलदार वृक्षों की कटान रुकने का नाम नहीं ले रही है। बावजूद मुख्यमंत्री के महत्वाकांक्षी अभियान में प्रशासनिक अमला ज्यादातर मामलों में नाकारा ही साबित होता रहा है और तो और जानकारी होने पर भी जिम्मेदार मौके पर पहुंचना भी गवारा नहीं समझते।जिसका एक उदाहरण तब देखने को मिला जब पत्रकारों को हरे पेड़ काटे जाने की सूचना मिलते ही दो पत्रकार मौके पर जा पहुंचे जहां लगातार हरे पेड़ों को काटा जा रहा था।जब इसकी सूचना तत्काल फखरपुर थाना एसएचओ को दी गई तो उन्होंने अपनी जिम्मेदारियों से मुंह फेरते हुए कहा कि आप वन विभाग को सूचना दे दीजिए,जरूरत पड़ी तो एफआईआर दर्ज की जाएगी। मालूम हो कि घटनास्थल पर मौजूद ठेकेदार इरफान के भाई से कटान के बाबत पूछा गया तो उसने इरफान द्वारा पेड़ को कटवाए जाने की बात बताई गई व किसी महाराज जी को भी कटान में शामिल होना बताया गयाl घटना स्थल पर कवरेज किए जाने के दौरान इरफान को मौके पर बुलाने की बात बताई गई और लगभग 30 मिनट के बीच लगभग आधा दर्जन से ऊपर लोग घटनास्थल पर आ गए और जबरदस्ती पेड़ कटवाए जाने की बात की जाने लगी।जिसमें अपना नाम राम छबीले बता रहे व्यक्ति ने पहले तो यह बताया कि परमिट के आधार पर ही पेड़ कटवाए जा रहे हैं,जबकि बातचीत के दौरान यह भी कहने लगा कि यह पेड़ में इसलिए कटवा रहा हूं क्योंकि मुझे अपनी बेटी की शादी करनी है।
अगर डीएफओ साहब मुझे रूपये 5 लाख नहीं देते हैं तो मैं पेड़ कटवाउंगा।परमिट के बाबत पूछने पर उसने कहा कि परमिट देखना हो तो जाकर मेरे पत्रकार भाई रामानंद से लेकर देख लीजिए।
मालूम हो कि उक्त कटान में विभागीय कंजरवेटर जुबेर का भी नाम सामने आ रहा है।लेकिन उक्त बाबत जब डीएफ ओ बहराइच से बात की गई तो उन्होंने बड़ी बेबाकी से कहा कि मेरे रहते जिले में अवैध कटान करने व करवाने वाला कोई भी शख्स बख्शा नहीं जाएगा। चाहे वह कितना भी पावरफुल क्यों न हो?और अपनी कथनी के अनुसार ही उनके द्वारा न सिर्फ कार्यवाही की गई बल्कि जांच क्षेत्रीय कर्मचारियों को न सौंपकर नगर के एक वरिष्ठ अधिकारी को यह जिम्मेदारी सौंपी गई।
जिसकी भनक क्षेत्रीय अधिकारियों को भी नही हो सकी।और करवाई गई जांच में हरे व फलदार वृक्षों के कटवाए जाने की बात सही पाई गई।उक्त संदर्भ में जब क्षेत्रीय कैसरगंज रेंजर प्रभारी विनोद यादव से बात की गई तो उन्होंने बताया कि हमारे कर्मचारी श्री श्रीवास्तव अभी छुट्टी पर हैं दो दिन में मैं आपको कॉल बैक कर जानकारी दे दूंगा और श्री यादव द्वारा कॉल कर बताया गया कि उक्त प्रकरण में इरफान व राम छबीले को वसूली के लिए नोटिस भेज दी गई है।लेकिन जब उनसे मामले में संदिग्ध जुबेर के बारे में पूंछा गया तो बताया कि इसकी भी जांच करवाई जायेगी।फिलहाल परिणाम जो भी हो लेकिन संदर्भित प्रकरण के संदर्भ में डीएफओ द्वारा की गई कार्यवाही से विभाग में भी खलबली मच गई है।