THE BLAT NEWS:
कानपुर नगर, पूर्व काजीएशहर मौलाना मुहममद मतीनुल हक उसामा कासमी की अयक्षता में मजाहिरा हुस्ने किराअत व अजमते कुरआन कान्फ्रेस की शुरूआत की गयी, जिसमें देश के प्रसिद्ध कारियों में कारी इरशाद अहमद दारूल उलूम देवबन्द, कारी मोहम्मद सासिफ उस्मानी दारूल उलूम देवबन्द, कारी तैयब जमाल कासमी सहारनपुर, कारी रियाज अहमद मजाहिरी दारूल उलूम नदवतुल उलेमा लखनऊ, कारी हसीबुर्रहमान बिनौर, कारी अब्दुल माबूद फूरकानी बलरामपुर, कारी मुहीउददीन मजाहिरी तथा कारी मो0 गजाली खां आदि ने विभिन्न अंदाज से कुरआन की तिलाव करके लोगों को प्रशंसा करने पर मजबूर कर दिया।
भिवन्डी महाराष्ट्र से पधारे मुख्य अतिथि मौलाना मुफ्ती सैयद मुहम्मद हुजैफा कासमी ने कहा कि अहादीसे मुबारक कुरआन की व्याख्या है, उनका इंकार कुरआन का इंकार है, जो लोग अललाह की नाफरमानी करें या अल्लाह के महबूब हजरत मुहम्मद जी की नाफरमानी करेगा वह जहन्नम में जायेगा। कार्यक्रम की अध्यक्षत कर रहे मौलाना अमीनुल हक अब्दुल्लाह कासमी ने कहा कि मुसलमान होने के लिए जिस तहर अललाह पर ईमान लाना और हजरत कुहम्मद सल्ललहु अलैहि वसल्लम को नबी और आखिरी नबी मानना जरूरी है उसी तरह अहादीस पर भी ईमान लाना जरूरी है। मच का संचालन कारी रियाज अहमद मजाहिरी व मुफ्ती सैयद मो0 उस्मान कासमी ने संयुक्त रूप से किया। नात का गुलदस्ता हाफिज मो0 मसूद ने पेश किया। कार्यक्रम में काजीएशहर हाफिज व कारी मामूर अहमद जामई, डा0 हलीमुल्लाह खां, मौ0 शफी मजाहिरी, महमूद आलम कुरैशी, इकबाल अहमद कासमी, अनीस खां कासमी, अलहाज शेख, साद नूर कासमी, सईद खा, कलीम जामई, मुकर्रम कासमी, मोहममद रेहान सहित शहर व आस7पास के जिलों से आये सैकडों उलेमा व हाफिज व आवाम व खास ने शिरकत की।