द ब्लाट न्यूज़ । बिहार में गंगा के जलस्तर में वृद्धि के बाद गंगा के किनारे क्षेत्रों में परेशानी बढ़ गई है। निचले इलाकों में बाढ़ का पानी घुस गया है।
जल संसाधन विभाग के मुताबिक, रविवार को बिहार में गंगा बक्सर से लेकर पटना तक खतरे के निशान को पार कर चुकी है। विभाग के मुताबिक गंगा नदी पटना के गांधीघाट, हाथीदह, भागलपुर के कहलगांव में खतरे के निशान से ऊपर बह रही थी।
इधर, मौसम विभाग के मुताबिक सोमवार को बिहार के सभी नदियों के जलग्रहण क्षेत्रों में बारिश होने की संभावना जताई गई है। संभावना है कि गंगा के जलस्तर में अगले तीन दिनों तक वृद्धि जारी रहेगी।
बिहार की अन्य प्रमुख नदियों में कोसी नदी सुपौल के बसुआ और कटिहार के कुरसेला में तथा बागमती सीतामढ़ी के सोनाखान में खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। बूढ़ी गंडक खगड़िया में खतरे के निशान को पार कर गई है।
इस बीच, गंगा के जलस्तर में वृद्धि से बाढ़ की गंभीर स्थिति से निपटने के लिए पटना जिला प्रशासन ने मनेर, दानापुर, पटना सदर, फतुहा, बख्तियारपुर से लेकर मोकामा तक सभी पदाधिकारियों को अलर्ट कर दिया है। पटना जिला प्रशासन ने आपदा प्रबंधन से जुड़े सभी विभाग के पदाधिकारियों को आवश्यक बचाव-राहत कार्य के लिए तैयार रहने का निर्देश दिया है।
बताया गया दियारा क्षेत्र में बाढ़ से घिरने की स्थिति में लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने के लिए सरकारी और निजी नाव के अलावा खाद्य सामग्री और पशुचारा का प्रबंध कर लिया गया है।
गंगा के दियारा क्षेत्रों के नकटा दियारा इलाके के गांव की सड़कों पर पानी आ गया है। पशुओं को लेकर ग्रामीण इलाके के लोग ज्यादा परेशान हैं। रामपुर, हुलसी टोला, भवानी टोला का शहरी इलाके से संपर्क टूट गया है।