महाराजा सर्फोजी की चोरी हुई पेंटिंग के अमेरिकी संग्रहालय में होने का पता चला

 

द ब्लाट न्यूज़ / तमिलनाडु पुलिस की ‘आइडल विंग’ (प्रतिमा शाखा) ने सरस्वती महल से चोरी हुई तंजावुर के महाराजा सर्फोजी-द्वितीय और उनके पुत्र शिवाजी-द्वितीय की एक भव्य पेंटिंग के अमेरिका के एक संग्रहालय में होने का पता लगाया है। यह पेंटिंग 19वीं सदी के मध्य की है।

पुलिस महानिदेशक के. जे. जयंत मुरली ने शुक्रवार को यह जानकारी दी।

सर्फोजी तंजावुर के आखिरी भोंसले राजा थे। वर्ष 1832 में उनका निधन हो गया था। उनके एकमात्र पुत्र ने 1855 तक शासन किया। उनका कोई पुरुष उत्तराधिकारी नहीं था।

आइडल विंग ने पाया कि पीबॉडी एसेक्स म्यूजियम (पीईएम) ने मैसाचुसेट्स, अमेरिका में प्राचीन वस्तुओं की चोरी के आरोपी सुभाष कपूर से वर्ष 2006 में 35,000 डॉलर में यह पेंटिंग खरीदी थी।

पीईएम दुनिया भर के उन प्रमुख कला संस्थानों में से एक है, जिसने सुभाष कपूर से वस्तुएं खरीदी थीं। कपूर को भारत से चोरी की गईं प्राचीन वस्तुओं की तस्करी के आरोप में 2011 में फ्रैंकफर्ट हवाई अड्डे से गिरफ्तार किया गया था।

आइडल विंग ने बताया कि जब पीईएम म्यूजियम को पता चला कि पेंटिंग चोरी की है, तो उन्होंने इसे यूएस होमलैंड सिक्योरिटी को इसकी जानकारी दी।

उल्लेखनीय है कि सरस्वती महल पुस्तकालय के लाइब्रेरियन ई. राजेंद्रन ने 2017 में पुलिस के पास गुमशुदगी की शिकायत दर्ज कराई थी, लेकिन पेंटिंग के गुम होने की तारीख का पता नहीं चल सका था।

 

 

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