द ब्लाट न्यूज़ । ग्रेटर नोएडा वेस्ट की फ्यूजन होम्स, अजनारा ली गार्ड सोसायटी में मूलभूत सुविधा और फ्लैट रजिस्ट्री की मांग को लेकर निवासियों का प्रदर्शन जारी रहा। फ्यूजन होम्स सोसायटी के निवासियों ने जहां मूलभूत सुविधाओं की मांग को लेकर बिल्डर के खिलाफ मोर्चा खोला, वहीं अजनारा ली गार्डन सोसायटी के निवासी शांतिपूर्ण तरीके से धरना देकर बैठे रहे। वहीं कई निर्माणाधीन बिल्डर परियोजनाओं पर भी फ्लैट खरीदारों ने फ्लैट की मांग को लेकर प्रदर्शन किया।
अजनारा ली गार्डन सोसायटी में बिल्डर के खिलाफ निवासियों का अनिश्चितकालीन धरना शांतिपूर्ण तरीके से जारी रहा। बता दें कि पिछले दो महीने से सोसायटी के लोग मूलभूत सुविधाओं की मांग को लेकर धरने पर बैठे हैं। पिछले सप्ताह ग्रेटर नोएडा विकास प्राधिकरण की मध्यस्थता में बिल्डर की निवासियों से वार्ता हुई थी, लेकिन वार्ता बेनतीजा रही। निवासियों ने चेतावनी दी है कि जब तक व्यवस्थाएं दुरुस्त नहीं हो जातीं आंदोलन जारी रहेगा। निवासियों ने रेरा की कार्यशैली पर भी सवाल उठाया है। सोसायटी के लोगों का दावा है कि रेरा ने अपनी रिपोर्ट में सोसायटी को क्लब, स्वीमिग पूल एवं सोलर पैनल से लैस होना दिखाया है। जबकि सोसायटी में सोलर पैनल तो दूर क्लब, स्वीमिग पूल जैसी मूलभूत सुविधाएं नहीं है। निवासी पिछले दो महीने से अनिश्चितकालीन धरना देकर बैठे हैं। निवासियों का दावा है कि रेरा अधिकारियों ने बिना सोसायटी का निरीक्षण किए अपनी वेबसाइट पर सोसायटी को मूलभूत सुविधाओं से लैस दर्शा दिया, जो बिल्कुल गलत है। सोसायटी के लोगों ने ट्विट कर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से भी मामले की शिकायत की है।
फ्यूजन होम्स सोसायटी के निवासियों ने भी प्रदर्शन कर मांगी सुविधा : ग्रेटर नोएडा वेस्ट की फ्यूजन होम्स सोसायटी के निवासी भी पिछले सात सप्ताह से प्रत्येक रविवार को बिल्डर के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं। प्रदर्शन में सोसायटी की महिलाएं भी शामिल हुईं। लोगों का आरोप है कि सोसायटी में काम आधे-अधूरे हैं। निवासी लगातार रखरखाव शुल्क का भुगतान बिल्डर को कर रहे हैं। आरोप है कि जब बिल्डर सुविधाएं ही नहीं दे सकता तो फिर मेंटेनेंस शुल्क किस बात का वसूला जा रहा है? लोगों ने प्रदर्शन के दौरान सोसायटी की सुरक्षा पर भी सवाल उठाए। आरोप है कि बिल्डर निवासियों की आवाज को दबाने के लिए तरह-तरह के हथकंडे अपना रहा है। निवासियों ने चेतावनी दी है कि जब तक व्यवस्थाओं को दुरुस्त नहीं किया जाता, बिल्डर को रखरखाव शुल्क का भुगतान नहीं किया जाएगा।