मिड डे मील में प्रोटीन से लेकर कैलोरी स्तर की जांच…

द ब्लाट न्यूज़ । प्रधानमंत्री पोषण योजना के तहत दिल्ली के सरकारी स्कूलों में छात्रों को मिलने वाले मिड डे मील की गुणवत्ता की जांच का दायरा और सख्त होगा। भोजन की गुणवत्ता को लेकर किसी प्रकार की शिकायत न रह सके, इसे लेकर भारतीय खाद्य निगम से आपूर्ति होने वाली कच्ची खाद्य सामग्री की भी जांच होगी। साथ ही रसोई में पकने वाले भोजन की गुणवत्ता का भी आंकलन होगा।

छात्रों को तय मानकों के अनुसार भोजन प्राप्त हो सके इसे लेकर खाना तैयार करने वाले स्वयं सेवी संगठन/सेवा प्रदाता के यहां से चार नमूने स्कूल और रसोई से हर महीने लिए जाएंगे। दो नमूने कच्ची खाद्य सामग्री को लेकर भारतीय खाद्य निगम के गोदाम से भी सीधे लिए जाएंगे। इसमें भोजन की गुणवत्ता और पोषण को लेकर प्रोटीन, कैलोरी, कार्बोहाइड्रेट सहित दूसरी चीजों के मानक की जांच की जाएगी।

इस संबंध में शिक्षा निदेशालय की पीएम-पोषण शाखा की ओर से निविदा सूचना जारी की गई है। इसके लिए खाद्य परीक्षण प्रयोगशाला का चयन होगा। निविदा की आखिरी तारीख छह जून तय की गई है। दिल्ली के 1026 सरकारी स्कूलों, 178 सरकारी सहायता प्राप्त स्कूल/ चार एआई केंद्र में रोजाना प्राथमिक और उच्च प्राथमिक कक्षा के 8.24 लाख से अधिक छात्रों को पोषण युक्त भोजन वितरित किया जाता है।

इसका विस्तार नौवीं से 12वीं कक्षा के छात्रों के लिए भी किया जा सकता है। 39 रसोइयों में मिड डे मील तैयार होता है, जबकि छह भारतीय खाद्य निगम गोदाम है। एक स्कूल शिक्षक ने बताया कि स्कूल में मिड डे मील के तहत छात्रों को वितरित होने वाले खाने की गुणवत्ता की जांच स्कूल में शिक्षक खुद खाकर भी करते हैं, जिसे लेकर शिक्षकों की भी जिम्मेदारी तय होती है।

Check Also

रूस में आतंकी हमला, 40 लोगों की मौत,100 से भी अधिक लोग हुए घायल

The Blat News: रूस की राजधानी मास्को शुक्रवार को आतंकी हमले से दहल गई। चार …