लखनऊ । गुरु नानकदेव जी के 555 वें प्रकाशपर्व पर खालसा चौक, आलमबाग गुरुद्वारा में आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि गुरु नानक देव के उच्च आदर्शों से प्रेरणा लेकर देश व धर्म के लिए निरन्तर कार्य करना चाहिए।
मुख्यमंत्री ने प्रदेशवासियों को प्रकाश पर्व की बधाई देते हुए कहा कि 1947 में अगर तत्कालीन सरकार चाहती तो ननकाना साहिब भारत का हिस्सा होता। गुरु नानक के प्रति जो श्रद्धा है जो आस्था है उसके प्रति व्यवधान पाकिस्तान सरकार उत्पन्न् करती है। वह कठिनाई नहीं उठानी पड़ती।
योगी ने कहा कि एक ओर गुरुनानक ने बाबर के हमलों का विरोध किया वहीं समाज को एकजुट होकर ईश्वर की आराधना के प्रति नाम जप के लिए प्रेरित किया। आगे चलकर गुरु परम्परा आगे बढ़ी। भक्ति के साथ शक्ति के तेज पुंज के रूप में आगे बढ़कर गुरु तेग बहादुर, गुरु गोविन्द सिंह और उनके चार-चार साहबजादों के त्याग व बलिदान के प्रति पूरा भारत कृतज्ञता के साथ जुड़ा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि 26 नवंबर की तिथि को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने वीर बाल दिवस के रूप में मनाने की घोषणा की है। उससे आज की युवा पीढ़ी को देश व धर्म के प्रति प्रेरणा मिल रही है। इन महान परम्पराओं का देश व समाज के लिए जो योगदान है, कृतज्ञ राष्ट्र को कभी विस्मृत नहीं करना चाहिए। अपनी विरासत से प्रेरणा लेने वाला समाज कभी गुलाम नहीं बन सकता।
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