जिलाधिकारी ने विकास परियोजनाओं की प्रगति पर की समीक्षा, लापरवाह अधिकारियों को दी चेतावनी

कानपुर, ब्यूरो। जिलाधिकारी जितेंद्र प्रताप सिंह की अध्यक्षता में सरसैया घाट स्थित नवीन सभागार में सीएम डैशबोर्ड और एक करोड़ से अधिक लागत वाली परियोजनाओं की मासिक समीक्षा बैठक संपन्न हुई। बैठक में जिले की 79 परियोजनाओं में से केवल 46 के पूर्ण होने पर नाराजगी जताई गई।

निर्माण कार्यों की समीक्षा के दौरान मेस्कर घाट, हृदय रोग संस्थान के जी+3 भवन, जयपुरिया क्षेत्र के दो लेन रेल उपरिगामी सेतु और मेडिकल कॉलेज कानपुर के प्राथमिक विद्युत सुरक्षा कार्यों की प्रगति का मूल्यांकन किया गया। धीमी प्रगति के लिए संबंधित विभागीय अधिकारियों को कड़ी चेतावनी दी गई।

जिलाधिकारी ने बिजली बिल निस्तारण में देरी और अधीक्षण अभियंता की गैरमौजूदगी पर उनका वेतन रोकने का आदेश दिया। एमडीएम योजना में बच्चों की कम उपस्थिति पर जिला विद्यालय निरीक्षक का वेतन रोकने के निर्देश दिए गए।

पर्यटन विभाग द्वारा मेस्कर घाट के निर्माण में विलंब पर जिलाधिकारी ने स्थलीय निरीक्षण कर संबंधित सहायक निदेशक को फटकार लगाई और गुणवत्तापूर्ण कार्य समय पर पूरा करने के निर्देश दिए। सहकारी दुग्ध समितियों के गठन में देरी पर महाप्रबंधक दुग्ध विकास को चेतावनी जारी की गई।

बैठक में मुख्य विकास अधिकारी श्दीक्षा जैन, जिला अर्थ एवं संख्या अधिकारी ईशा शर्मा सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे। जिलाधिकारी ने योजनाओं में बाधाओं की जानकारी समय पर उपलब्ध कराने और समन्वय से कार्य करने के निर्देश दिए।