स्वतंत्रता संग्राम के दौरान महात्मा गांधी ने कहा था कि प्रेस की स्वतंत्रता एक मूल्यवान विशेषाधिकार है। कोई भी लोकतांत्रिक मूल्यों वाली सरकार इसका त्याग नहीं कर सकती। पत्रकारों पर सच नहीं लिखने के लिए दबाव बनाने की जरूरत हमेशा से होती रही है। गांधी जी की सौ वर्ष पूर्व …
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