सिनेमा को समाज का दर्पण कहा जाता है। वहीं समाज और संस्कृति एक दूसरे के पूरक माने जाते हैं। ऐसे में सिनेमा के माध्यम से समाज एवं संस्कृति की अभिव्यक्ति का मुद्दा अत्यंत महत्वपूर्ण है। भारतीय प्रबंध संस्थान, रोहतक के निदेशक प्रो. धीरज शर्मा ने अपनी सद्यप्रकाशित पुस्तक ‘फिल्में और …
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