ब्रिटेन के विदेशमंत्री लैमी ने नई दिल्ली में प्रधानमंत्री मोदी से मुलाकात की, प्रौद्योगिकी सुरक्षा पहल के आयामों पर चर्चा
नई दिल्ली। ब्रिटेन के विदेशमंत्री डेविड लैमी ने अपने दो दिवसीय भारत दौरे के प्रथम दिन नई दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से मुलाकात की। उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी से ब्रिटेन-भारत प्रौद्योगिकी सुरक्षा पहल के विभिन्न आयामों पर चर्चा की। इस मुलाकात पर प्रधानमंत्री मोदी ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा, ”ब्रिटेन के विदेशमंत्री डेविड लैमी से मिलकर खुशी हुई। व्यापक रणनीतिक साझेदारी को प्रगाढ़ करने के लिए प्रधानमंत्री केअर स्टॉर्मर की प्राथमिकता की सराहना करता हूं।”
उन्होंने कहा, ”हम संबंधों को प्रगाढ़ बनाने के लिए प्रतिबद्ध हैं। द्विपक्षीय प्रौद्योगिकी सुरक्षा पहल और पारस्परिक रूप से लाभकारी एफटीए समझौता करने की इच्छा का स्वागत करते हैं।” लैमी ने कहा, ”भारत 21वीं सदी की उभरती हुई महाशक्ति है। 1.4 अरब लोगों के साथ यह दुनिया का सबसे बड़ा देश है और दुनिया में सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्थाओं में से एक है।”
लैमी ने अपने भारतीय समकक्ष विदेशमंत्री एस जयशंकर से भी मुलाकात की। जयशंकर ने एक्स पोस्ट में लैमी के साथ अपनी बातचीत को सार्थक और आकर्षक बताया है। लैमी ने विदेश मंत्री एस जयशंकर और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल के साथ द्विपक्षीय बैठकें कीं । इस दौरान दोनों देशों ने ब्रिटेन-भारत प्रौद्योगिकी सुरक्षा पहल (टीएसआई) का शुभारंभ किया। इस बारे में विस्तृत विवरण नई दिल्ली स्थित ब्रिटिश उच्चायोग ने कल रात जारी विज्ञप्ति दिया। इसमें कहा गया है कि विदेशमंत्री ने भारतीय प्रधानमंत्री मोदी से मुलाकात की और ऐतिहासिक प्रौद्योगिकी सुरक्षा पहल की शुरुआत की।
उल्लेखनीय है कि भारत और ब्रिटेन ने महत्वपूर्ण खनिज, स्वच्छ ऊर्जा, दूरसंचार, सेमीकंडक्टर और नवीन प्रौद्योगिकी जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्रों में सहयोग के लिए नया दृष्टिकोण निर्धारित करते हुए कल व्यापक प्रौद्योगिकी सुरक्षा पहल को अंतिम रूप दिया। इसका व्यापक उद्देश्य दोनों देशों की रणनीतिक साझेदारी को नए मुकाम तक ले जाना है।
भारत के विदेश मंत्रालय ने कहा है कि राष्ट्रीय सुरक्षा और आर्थिक विकास में प्रौद्योगिकी की बढ़ती भूमिका को महत्व देते हुए भारत और ब्रिटेन के प्रधानमंत्री दोनों देशों के बीच रणनीतिक साझेदारी को अगले स्तर तक ले जाने लिए प्रौद्योगिकी सुरक्षा पहल (टीएसआई) शुरू कर रहे हैं। यह भारत-यूके रोडमैप-2030 में निर्धारित महत्वाकांक्षी द्विपक्षीय सहयोग एजेंडे पर आधारित है। उल्लेखनीय है कि ब्रिटेन के विदेशमंत्री की भारत यात्रा का आज समाप्त होगी।