लखनऊ : इंटौजा थाना के दुघरा गांव में मंगलवार शाम खेत से घर लौटकर आए किसान सुशील कुमार (35) का शव कमरे में फंदे से लटकता मिला। परिजनों ने उसे फंदे से लटकता देख निजी अस्पताल में पहुंचाया। जहां डॉक्टरों ने किसान को मृत घोषित कर दिया। जानकारी मिलते ही घटनास्थल पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। पुलिस का कहना है कि कोई सुसाइट नोट नहीं मिला हैं।
इटौंजा थानाक्षेत्र के माल रोड़ दुघरा गांव निवासी किसान सुशील कुमार संयुक्त परिवार में रहते थे। छोटे भाई अजय राजपूत ने बताया कि मंगलवार शाम को सुशील खेतों में काम करने के लिए गया था। कुछ देर बाद वह घर लौटा और अपने कमरे में चला गया। सुशील के घर पहुंचने से पहले उसकी पत्नी राज रानी बच्चों के साथ खेत जा चुकी थी। मोहल्ले में खेल रहे सुशील का छोटा बेटा राज जब घर पहुंचा, तो पिता का शव कमरे में लगे पंखे में गमछा के सहारे फंदे से लटका पाया। राज शोर मचाने लगा, जिसके बाद परिवार के अन्य सदस्य मौके पर पहुंचे। परिजन सुशील को निजी अस्पताल में लेकर पहुंचे। जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। इसके बाद पुलिस ने परिजनों से पूछताछ कर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। पुलिस का कहना कि मौत का करण स्पष्ट नहीं है। मृतक के परिवार में पत्नी राजरानी , बेटा रोमित (10), राज (7) और पांच वर्ष की एक बेटी हैं।
ट्रेन की चपेट में आकर इंटरमीडिएट की छात्रा की मौत
अलीगंज के चांदगंज रेलवे क्रॉसिग पर नित्यक्रिया के लिए घर से निकली इंटरमीडिएट की छात्रा रेशमा (18) ट्रेन की चपेट में आकर घायल हो गई। परिजन उसे केजीएमयू के ट्रामा सेंटर लेकर पहुंचे। जहां डॉक्टरों ने छात्रा को मृत घोषित कर दिया।
मूलरूप से सीतापुर के देवरी कैल नैतलवा निवासी रेशमा महमूदाबाद में इंटर में पढ़ाई कर रही थी। पिता बैजनाथ ने बताया कि बेटी रमेशा बड़ी बहन सोनी देवी के अलीगंज के चांदगंज में रहती थी। उनका कहना है कि मंगलवार शाम को बेटी नित्यक्रिया के लिए घर से बाहर जा रही थी।
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