नई दिल्ली : भारत में ऑस्ट्रेलिया के उच्चायुक्त फिलिप ग्रीन ने कहा कि उन्होंने अदाणी समूह के संस्थापक अध्यक्ष गौतम अदाणी से मुलाकात की और मौजूदा निवेश के साथ-साथ नवीकरणीय ऊर्जा तथा महत्वपूर्ण खनिज जैसे विभिन्न क्षेत्रों में भविष्य के सहयोग पर विस्तारपूर्वक चर्चा की।
ऑस्ट्रेलियाई दूत ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा कि उन्होंने अदाणी समूह के अध्यक्ष के साथ एक विस्तारित बैठक की। ग्रीन ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर लिखा, मैंने आज चेयरमैन गौतम अदाणी के साथ एक विस्तारित बैठक की, जिसमें ऑस्ट्रेलिया में उनके मौजूदा निवेश और नवीकरणीय (ऊर्जा), महत्वपूर्ण खनिजों तथा छत पर सौर ऊर्जा में भविष्य के सहयोग पर चर्चा हुई।
अदाणी ऑस्ट्रेलिया एबॉट प्वाइंट टर्मिनल पर मालिकाना हक रखता है और उसका संचालन करता है जो 35 साल से अधिक समय से जिम्मेदारी से क्वींसलैंड कोयले का निर्यात कर रहा है। कंपनी की वेबसाइट के अनुसार, यह बंदरगाह प्राकृतिक गहरे पानी के साथ एक आधुनिक, उच्च मात्रा और तेज़ टर्नअराउंड वाला बंदरगाह परिसर है। यह मल्टी-यूजर बंदरगाह सुविधा वर्तमान में पांच करोड़ टन प्रति वर्ष तक थ्रूपुट की क्षमता रखता है।
मोरनबाह के पास अदाणी रिन्यूएबल्स ऑस्ट्रेलिया का पहला सोलर फार्म ‘रग्बी रनÓ आधिकारिक तौर पर अक्टूबर 2019 में खोला गया था, जो क्वींसलैंड के लगभग 23 हजार घरों को बिजली देने के लिए 65 मेगावाट नवीकरणीय ऊर्जा की आपूर्ति करता है। कंपनी के अनुसार, परियोजना के तहत दो लाख 47 हजार से अधिक सौर पैनल स्थापित किए गए हैं, जो सालाना एक लाख 85 हजार मेगावाट बिजली पैदा करते हैं।
अदाणी माइनिंग प्राइवेट लिमिटेड एक ऑस्ट्रेलियाई खनन कंपनी है जो क्षेत्रीय क्वींसलैंड से संचालित होती है। अदाणी माइनिंग द्वारा विकसित प्रमुख परियोजना कारमाइकल खदान और रेल परियोजना है। कारमाइकल प्रोजेक्ट एक थर्मल कोयला खदान तथा रेल परियोजना है, जो गैलिली बेसिन से भारत सहित एशियाई देशों में कोयला निर्यात करेगी, जिससे इस प्रक्रिया में क्वींसलैंड के लोगों को हजारों नौकरियां मिलेंगी।
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