मुरैना : सरकारी जमीन हथियाने के लिए लोग क्या-क्या कारनामे अंजाम देते हैं। इसका जीता-जागता उदाहरण है पोरसा तहसील के हिंगोटियाई गांव का सरकारी उप स्वास्थ्य केन्द्र। यह अस्पताल सालों से चल रहा है। अस्पताल का भवन है, उसमें स्टाफ भी पदस्थ है, लेकिन भू-माफिया ने इस जमीन को हथियाने के लिए राजस्व रिकार्ड में अस्पताल भवन केा ही गायब करवा दिया। कमाल की बात यह है कि मंत्री के आदेश के बाद हुई जांच में तहसीलदार ने जमीन पर अस्पताल बता दिया, पर महीनों बाद भी सरकारी रिकार्ड में अस्पताल का नामोनिशान नहीं। इस मामले में अंबाल एसडीएम का तर्क है कि यह मामला संभाग आयुक्त न्यायालय में चल रहा है। पोरसा तहसील के महुआ मौजा के हिंगोटियाई गांव के सर्वे नंबर 1283 की जमीन गौतम सिंह व उनके भाई प्रीमत सिंह पुत्रगण रामगोपाल सिंह तोमर के नाम थी। गांव में अस्पताल की कमी को पूरा करने के लिए दोनों भाईयों ने करीब 60 साल पहले स्वास्थ्य विभाग को जमीन दान में दी, जिस पर अस्पताल बना। साल 1997 में इसी जमीन पर अस्पताल भवन स्वीकृत हुआ, लेकिन जमीन पर अतिक्रमण था। तत्क ालीन कलेक्टर राधेश्याम जुलानिया ने दान की जमीन से अतिक्रमण हटाया, उसके बाद असपताल का नया भवन बन सका।
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